पलामू जिले में अब पैदल नही चलेंगे श्रमिक, जिला प्रशासन ने दिया मानवता का परिचय
पलामू : झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत स्थापित चेकपोस्ट हरिहरगंज, चैनपुर-बांसडीह, रेहला, सतबरवा एवं दंगवार चेकपोस्ट से होकर काफी संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल अपने गंतव्य स्थान पर जाने का प्रयत्न कर रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन ने मानवीय दृष्टिकोण से जिले में पैदल चलकर आने वाले श्रमिकों को समुचित सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया है।
चेक पोस्ट पर ही होगी आश्रय की व्यवस्था
सरकार के निर्देश पर उपायुक्त ने पैदल चलकर अपने गंतव्य स्थान पर जा रहे श्रमिकों को चिन्हित किये गए चेक पोस्ट पर ही भोजन, पानी एवं आश्रय की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया है। उपायुक्त ने चेक पोस्ट पर मौजूद दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रवासी श्रमिकों में पलामू जिला के श्रमिक एवं अन्य जिला के श्रमिकों की सूची को अलग अलग करने तथा चेक पोस्ट पर उनका मेडिकल स्क्रीनिंग करवाने के पश्चात श्रमिकों को चियांकी एयरफील्ड स्थित सहायता केंद्र में सम्मान रथ से पहुंचाने का निर्देश जारी किया है।
लॉक डाउन का किया जा रहा अनुपालन
बताते चलें कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु पूरे जिले में सरकार के निर्देशानुसार लॉक डाउन का अनुपालन कराया जा रहा है। उक्त क्रम में गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर बाहरी राज्यों से प्रवासी मजदूरों का आगमन जिला में निरंतर हो रहा है। इसके लिए प्रवासी मजदूरों को संबंधित जिलों में पहुंचाने हेतु रेलवे द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन कराया जा रहा है तथा साथ ही साथ बसों के द्वारा विभिन्न जिलों तक प्रवासी मजदूरों का आवागमन हो रहा है।
इसके लिए चिन्हित किये गए चेक पोस्ट के लिए स्थाई रूप से बसों को टैग किया जा चुका है जो निम्नतः है-
चैनपुर-बांसडीह चेकपोस्ट- 1 बस
रेहला चेकपोस्ट- 2 बस
हरिहरगंज चेकपोस्ट- 2 बस
दंगवार चेकपोस्ट- 1 बस
सतबरवा चेकपोस्ट- 1 बस
टैग किए गए बसों से श्रमिकों को चेक पोस्ट से चियांकी एयरफील्ड स्थित सहायता केंद्र में पहुंचाया जाएगा। जहां पर पलामू जिला के श्रमिक एवं अन्य जिला के श्रमिकों की सूची को अलग कर औपचारिकताएं पूरी की जाएगी।