फर्जी अंकपत्र पर बहाल शिक्षकों की आई शामत, प्राथमिकी के बाद जेल

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नवादा/छपरा : नवादा और छपरा में फर्जी अंकपत्र पर बहाल होकर वर्षों से नौकरी कर रहे दो शिक्षकोें पर आज प्रशासन की गाज गिरी। दोनों के खिलाफ संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। छपरा में आरोपित शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।

नवादा में जाली प्रमाणपत्र का मामला

जानकारी के अनुसार नवादा के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विधालय भंवरकोल के सहायक शिक्षक देवगिरी यादव के विरुद्ध कौआकोल के बीडीओ संजीव कुमार झा ने स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। बीडीओ श्री झा ने बताया कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना नवादा के निर्देश के आलोक में शिक्षक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। शिक्षक पर आरोप है कि वर्ष 2007 में हुए प्रखंड शिक्षक नियोजन के समय उसने इंटर के फर्जी अंकपत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त किया था। निगरानी एवं अन्य संबंधित विभाग द्वारा जांचोपरांत उसका प्रमाणपत्र फर्जी निकला। जिसके बाद डीपीओ स्थापना ने बीडीओ को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया।
बता दें कि कौआकोल प्रखंड सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों में आज भी सैकड़ों शिक्षक फर्जी अंकपत्र व प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रहे हैं। फर्जी अंकपत्र पर बहाल शिक्षक देवगिरी यादव पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अन्य फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।

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छपरा में बहाली में घपला

उधर छपरा जिलांतर्गत मांझी थाना पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय डुमरीगढ़ के प्रधानाध्यापक को फर्जी बहाली को लेकर वर्ष 2006 में तत्कालीन शिक्षा प्रखंड पदाधिकारी के द्वारा दर्ज कराई प्राथमिकी के आधार पर कुल 16 आरोपियों में से एक आरोपी पंचायत सचिव अमर कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताया जाता है कि 2006 में शिक्षक नियोजन बहाली में फर्जी तरीके से की गयी बहाली को लेकर बीएलओ ने नियोजन समिति के सदस्यों सहित शिक्षकों पर फर्जीबाडा का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

रवीन्द्र नाथ भैया/जितेंद्र कुमार

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