पटना में मास्क और सैनेटाइजर नहीं मिले तो सड़क पर उतरे स्वास्थ्यकर्मी
पटना : कोरोना से युद्ध में अब भी हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था में भारी झोल है। महामारी से निपटने के लिए भले ही केंद्र और बिहार की राज्य सरकार जी—जान से जुटी हैं, लेकिन अस्पतालों में जरूरी मेडिकल उपकरणों की भारी कमी है। राजधानी पटना के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना संदिग्धों के इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को भी जान का डर सताने लगा है। इसकी बानगी आज शनिवार को पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में देखने को मिली जब वहां के स्वास्थ्यकर्मियों ने मास्क और सैनेटाइजर नहीं मिलने पर कार्यबहिष्कार कर दिया।
IGIMS में जरूरी उपकरणों की कमी
आईजीआईएमएस में संविदा पर काम करने वाली नर्सों और वार्ड ब्वाय ने मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड करते हुए कार्य ठप कर दिया और मेनगेट पर आकर प्रदर्शन करने लगे। इन स्वास्थ्य कर्मियों ने आरोप लगाया कि वे पिछले कई दिनों से आइसोलेशन वार्ड में बिना किसी सुरक्षा उपकरण के ड्यूटी कर रहे हैं। हमें भी जान का डर सता रहा है। बार—बार कहने के बाद भी मास्क और सैनेटाइजर नहीं दिया जा रहा। यह हमारी जान के साथ खिलवाड़ नहीं तो और क्या है।
अधीक्षक ने शीघ्र आपूर्ति का दिया आश्वासन
बाद में आईजीआईएमएस के अधीक्षक ने कहा कि हर हाल में आज शाम तक मास्क और सैनेटाइजर की आपूर्ति कर दी जाएगी। तब जाकर स्वास्थ्य कर्मियों ने ड्यूटी करना स्वीकार किया। अस्पताल के संविदा कर्मियों ने प्रशासन से उनका 50 लाख का जीवन बीमा भी करवाने की मांग रखी है।