पटना : कोरोना महामारी के बीच जहां पूरे देश में लॉकडाउन में ढील देने की गाइडलाइन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी की वहीं कल शुक्रवार को बिहार में कोरोना मरीजों की बाढ़ आ गई। इसके मद्देनजर सभी किराना दुकानों को खोलने संबंधी निर्णय को टाल दिया गया है। अकेले पटना शहर में कोरोना के 7 हॉटस्पॉट बन गए हैं जबकि पूरे बिहार में यह संख्या 86 है। पटना डीएम कुमार रवि ने डाकबंगला, पटेलनगर और फुलवारीशरीफ को भी अति संवेदनशील घोषित कर दिया है। इससे पहले खाजपुर, दीघा, पटना सिटी और खेमनीचक का इलाका पूर्व से हॉटस्पॉट घोषित है।
पटेल नगर और फुलवारीशरीफ में जहां मरीज रहते थे उस इलाके की बैरिकेंटिंग की जा रही है। साथ ही इन इलाकों में रहने वाले लोगों की निकलने पर मनाही है। बता दें कि शुक्रवार को पटना के दो नए इलाके पटेलनगर और फुलवारीशरीफ इलाके में कोरोना के दो नए मरीज मिले हैं जिसके बाद इन दोनों इलाकों को भी कोरोना का हॉटस्पॉट घोषित किया गया है।
बिहार में एक दिन में रिकार्ड पॉजिटिव मरीज
बिहार में कल एक दिन में सबसे ज्यादा मरीज मिलने का रिकॉर्ड टूटा और 53 नए मरीजों के साथ राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 223 हो गई। 53 नए पॉजिटिव केस में मुंगेर के 31, नालंदा के तीन, बक्सर के नया भोजपुर इलाके के 12, औरंगाबाद और पटना के दो-दो, सारण, बांका और मधेपुरा के एक-एक मरीज शामिल हैं। पटना में पटेल नगर निवासी 44 वर्षीय बैंककर्मी और मसौढ़ी के लहसुना निवासी 50 वर्षीया महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बैंककर्मी डाकबंगला स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में करेंसी चेस्ट का प्रभारी है।
बैंककर्मी के अपार्टमेंट के 35 लोग क्वारंटाइन
पटना के डाकबंगला स्थित बैंक के जिस कर्मी में कोविड-19 की पुष्टि हुई है वह पटेल नगर स्थित एक अपार्टमेंट में रहता है। वहां रहने वाले सभी लोगों को अगले 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा। वर्तमान समय में वहां 35 लोग हैं। जरूरत पड़ने पर लोगों को वहां से क्वारंटाइन सेंटर भेजा जा सकता है। वहीं, मसौढ़ी के लहसुना गांव निवासी पीड़िता के पॉजिटिव मिलने के बाद गांव को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।