नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री के काफिले में शामिल एक वाहन की तलाशी लेने वाले आईएएस अफसर को सस्पेंड कर दिया। पटना के रहने वाले और कर्नाटक कैडर के आईएएस मोहम्मद मोहसिन ने नियमों से परे जाकर पीएम के काफिले की तलाशी लेने की कोशिश की थी। प्रधानमंत्री ओड़िशा के संबलपुर में चुनावी दौरे पर गए थे। आईएएस मोहम्मद मोहसिन वहां चुनाव आयोग द्वारा जेनरल आब्जर्वर के तौर पर नियुक्त थे। इसी दौरान उन्होंने पीएम के काफिले में शामिल हेलीकाप्टर की तलाशी लेने की कोशिश की थी। जबकि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी किसी भी जांच से छूट होती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में संबलपुर में चुनावी दौरा किया था। उस वक्त आईएएस अफसर मोहम्मद मोहसिन वहां जनरल ऑब्जर्वर के तौर पर नियुक्त थे। पीएम मोदी के काफिले की तलाशी लेने की कोशिश के बाद पीएमओ ने चुनाव आयोग से शिकायत की। कहा जा रहा है कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से अलग जाकर अधिकारी ने कार्रवाई की थी। मालूम हो कि भारत निर्वाचन आयोग सभी संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में सामान्य पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करता है ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो सके। पारदर्शिता के लिए राज्य के बाहर के अधिकारी इस रूप में नियुक्त होते हैं। मालूम हो कि मोहम्मद मोहसिन बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले हैं और कर्नाटक सरकार में सचिव के पद पर तैनात हैं। उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से एम कॉम की पढ़ाई की है।