पटना भी आये थे इस्लामी प्रचारक, कोरोना से 10 की मौत के बाद हड़कंप
नयी दिल्ली/पटना : दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मुसलमानों के तिबलीगी जमात के एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 10 देशी—विदेशी लोगों की कोरोना से मौत के बाद अब बिहार की राजधानी पटना में भी हड़कंप मच गया है। पिछले दिनों इस जमात के पटना में हुए एक ऐसे ही कार्यक्रम ने डर का माहौल पैदा कर दिया है। एक सप्ताह पहले पटना के कुर्जी इलाके में 10 विदेशी इस्लामी प्रचारकों को पुलिस ने हिरासत में लिया था और उनकी जांच कराई थी।
दीघा के कुर्जी स्थित मस्जिद में छिपे थे
विदित हो कि पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी स्थित एक मस्जिद से पुलिस ने पिछले हफ्ते 10 विदेशियों और दो भारतीयों को भी हिरासत में लेकर कोरोना जांच के लिए पटना एम्स ले जाया गया था। हालांकि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। इनमें किर्गिस्तान से आए 10 धार्मिक उपदेशक और उत्तर प्रदेश निवासी दो लोग शामिल थे। ये सभी पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी मुहल्ला स्थित एक मस्जिद में छिपे हुए थे।
बिहार सरकार के हाथ-पांव फूले, अलर्ट जारी
अब दिल्ली का मामला सामने आने के बाद बिहार सरकार के हाथ—पांव फूले हुए हैं। जब दुनियाभर में तबाही मचा रहे कोरोना के खिलाफ पूरा देश एकजुट है, इस्लामिक प्रचारक तमाम चेतावनियों, सुझावों को कचरा कर धर्मप्रचार कर मौत बांट रहे हैं। ऐसे में पटना में विदेशी मुसलमानों की इस हरकत ने बिहार के लोगों को खतरे में डाल दिया है। इसे लेकर अलर्ट मोड में प्रशासन आ गया है।
पीरबहोर, फुलवारी इलाके में गए थे विदेशी
जानकारी मिली है कि ये सभी देशी—विदेशी मुस्लिम 26 जनवरी को ही दिल्ली मरकज से पटना पहुंचे थे। यहां पटना के पीरबहोर और फुलवारीशरीफ इलाके में इस्लामिक प्रचार करने के बाद 23 मार्च की सुबह कुर्जी मस्जिद पहुंचे थे। इन विदेशी नागरिकों के साथ गाइड के तौर पर उत्तर प्रदेश के 2 और लोग भी थे। स्थानीय लोगों ने कोरोना अलर्ट के बीच इतने विदेशियों को एक साथ देख हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था।