प्रवासी मजदूरों के लिए नहीं, राजनैतिक स्थिरता के लिए कुशवाहा कर रहे धरना-प्रदर्शन: भाजपा
पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का धरना प्रवासी मजदूरों और कोरन्टाइन सेंटर के व्यवस्था के लिए नहीं है। बल्कि उनके राजनैतिक जीवन के भटकाव को विराम प्राप्त करने के लिए है। वे धरना पर इसलिए बैठे हैं कि कहीं भी उनको राजनैतिक स्थिरता प्राप्त हो।
भाजपा नेता ने कहा कि वे बेचैन आत्मा हैं, वे कहीं भी आज तक स्थिरता से नहीं रहे, न एनडीए के साथ न यूपीए के साथ, यही उनका ट्रैक रिकॉर्ड है। उपेंद्र कुशवाहा आज तक राजनैतिक अवसरवादीता का ही खेल-खेलें हैं। हरदम उसी से उनको प्राप्त भी हुआ है। बिहार में चुनाव आ गया है उनको अपनी कुर्सी का चिंता सता रही है, इसलिए वे धरना पर न बैठेगें तो उनका कद कैसे बढेगा।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर रालोसपा प्रमुख ऐसा नहीं करते हैं तो वे यूपीए में साइड कर दिए जाएंगे। मन मुताबिक विधानसभा सीट नहीं मिलेगा, इसकी चिंता उनको सता रही है। उनको न किसी मजदूर का फिक्र है ना किसी कोरंन्टाइन सेंटर की चिंता है। अगर चिंता होती तो वे धरना पर बैठ करके जो अपना समय बर्बाद कर रहे हैं, इसके बदले वे आज उन मजदूरों के लिए सोशल अपील करते और खुद अपने कार्यकर्ताओ के बीच से उनको राहत सामग्री का वितरण करने का काम करते।
मालूम हो कि रालोसपा प्रमुख पार्टी कार्यालय के पास कोविड 19 से बचाव, क्वारंटाइन सेंटर की स्थिति, मजदूरों/कामगारों के लिए तत्काल रोजगार की व्यवस्था एवं किसानों व छात्र-छात्राओं की समस्याओं से निजात हेतु पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ 27 मई को एकदिवसीय सांकेतिक धरना पर बैठे थे।