पटना : पूरे भारत में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है।इस वायरस के कहर को कम करने के लिए देशव्यापी लॉक डाउन कानून लागू है। वहीं इस वायरस के कारण देश में आर्थिक संकट की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है।इस बीच गत रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भारत के आर्थिक व्यवस्था में सुधार हेतु आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया।इस बीच बिहार में युवा कांग्रेस के बिहार ईकाई के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के महत्वपूर्ण सुझाव के बाद प्रधानमंत्री का पैकेज घोषणा करना बेहतर कदम हैं।परन्तु फिर भी प्रधानमंत्री का अपारदर्शी घोषणा बहुत बड़ा भ्रम पैदा करता है । बजट 2019-20 के अनुसार देश का कुल बजट ही जब 27.86लाख करोड़ का है। उसमें से 20 लाख करोड़ का पैकेज देना बहुत बड़ा भ्रम फैलाता है।
प्रधानमंत्री जी को समय सीमा भी बताना चाहिए था कि ये 20 लाख करोड़ का पैकेज कितने वर्षों तक बंटेगा और कितने पूर्व से और कितने विभागों के पूर्व में खर्च हो चुके बजट को इसमें जोड़ा गया है। भारत के प्रधानमंत्री से देश की जनता पारदर्शिता की अपेक्षा रखती है। अपारदर्शी घोषणाओं से जनता को भरमाना प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देता।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के इस महा आपदा काल में भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 130 करोड़ जनता के मन मस्तिष्क के साथ खेलने का काम कर रहें हैं। इस भीषण आपातकालीन परिस्थिति में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों-मजदूरों तथा कोरोना के आपदा के शिकार कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं हैं।