पंचाने नदी का कटाव रोकने का ग्रामीणों ने खुद उठाया बीड़ा
नवादा : पंचाने नदी का कटाव रोकने के लिए नारदीगंज प्रखंड अंतर्गत पनछेका गांव के ग्रामीणों ने खुद कमर कस ली है। बाढ़ की समस्या पर प्रशासनिक बेरुखी को धता बताते हुए लोगों ने बजाप्ता सामूहिक श्रमदान में भाग लेना शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि पंचाने नदी से बाढ़ का पानी गांव में आने से रोकने के लिये नदी किनारे साइड वॉल का निर्माण कराया गया था। पानी के तेज बहाव के कारण वह एक स्थान पर टूट गया जिससे पानी का प्रवेश गांव में होने से ग्रामीणों की परेशानी बढ गयी। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बीडीओ व सीओ से की, लेकिन किसी ने उनकी फरियाद नहीं सुनी।
प्रशासनिक बेरुखी ने गोमाम प्रथा को किया नष्ट
ग्रामीणों की बैठक में श्रमदान के साथ आपस में चंदा वसूली कर बांध—मरम्मत का निर्णय लिया गया। करीब सौ घरों की आबादी वाले पनछेका गांव के ग्रामीण मंगलवार की सुबह बांध मरम्मत के कार्य में जुट गए। उक्त कार्य में सारे ग्रामीण तन—मन—धन से लगे हैं तो सरकारी कुव्यस्था को कोष भी रहे हैं। वैसे पूर्व में भी ग्रामीण क्षेत्रों में गोमाम की प्रथा रही है। लेकिन मनरेगा ने इसे पंगु बना दिया। अब आहर—पइन की सफाई मनरेगा से हो रही है। इस कारण गोमाम प्रथा पर विराम लगने लगा है। ऐसे में ग्रामीणों के श्रमदान से नदी के बांध की मरम्मत क्षेत्र में कौतूहल का विषय बना हुआ है।