नियोजित शिक्षकों को लेकर मानवीय दृष्टि से विचार करे बिहार सरकार : राजद
पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि आज जब देश और प्रदेश ‘ कोरोना वायरस ‘ के कारण गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है और और इससे बचाव के लिए पूरे देश में लाॅक डाउन लगा हुआ है । इस स्थिति में राज्य के चार लाख हड़ताली शिक्षकों के प्रति सरकार की उदासीनता काफी चिन्ता का विषय है ।
राजद नेता ने कहा कि ‘ कोरोना वायरस ‘ के चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए जहाँ प्रदेश और देश के सारे लोग एकजुट होकर सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का काम कर रहे हैं। वहीं हड़ताली शिक्षकों के प्रति उदासीन रवैया दिखाना सरकार की संवेदनहीनता हीं मानी जायेगी ।
राजद नेता ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के कारण आज राज्य के चार लाख हड़ताली शिक्षकों के परिवारों के समक्ष गंभीर संकट पैदा हो गया है। 17 फरवरी से वे हड़ताल पर हैं और जनवरी से हीं उनके वेतन भुगतान को रोक दिया गया है। पैसे के अभाव में दो शिक्षकों की मृत्यु भी हो चुकी है। अधिकांश शिक्षकों के पास कोई दूसरा आर्थिक स्रोत भी नहीं है । पहले से हीं आर्थिक परेशानियों का मुकाबला कर रहे इन शिक्षकों के सामने कोरोना वायरस और लाॅकडाउन ने भारी संकट खड़ा कर दिया है ।
राजद नेता ने कहा कि सरकार को शिक्षकों की हड़ताल को प्रतिष्ठा का विषय न बनाकर उन्हें बकाये वेतन का भुगतान तो अविलंब कर देना चाहिए ।