नीति आयोग की रिपोर्ट पर डिप्टी सीएम- बिहार के पिछड़े जिलों में विकास की रफ्तार हुई तेज
पटना : नीति आयोग ने फरवरी माह, 2022 की डेल्टा रैंकिंग जारी की है। इस रैंकिंग में देश के कुल 112 आकांक्षी जिलों (एस्पिरेशनल डिस्टिक्स) में कटिहार को प्रथम स्थान मिला है। गया, मुजफ्फरपुर और खगड़िया क्रमशः द्वितीय तृतीय एवं सातवें स्थान पर रहे हैं।
इसे लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इन जिलों के जिला पदाधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उपलब्धि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व के साथ-साथ अधिकारियों के मेहनत का प्रतिफल है।
गौरतलब है कि देश के पिछड़े जिलों में विकास की गति को तेज करने के उद्देश्य से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में नीति आयोग ने 112 आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य और पोषण, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, मूलभूत आधारभूत संरचनाएं आदि अन्य सूचकांकों पर संचालित कार्यों में गति प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण पहल की है, जिसके तहत बिहार के 12 जिलों में कार्य चल रहे हैं। फरवरी 2022 की डेल्टा रैंकिंग में बिहार के कटिहार जिला ने 55.9 का कम्पोजिट स्कोर हासिल कर देश में प्रथम स्थान पाया है। कटिहार जिला ने हेल्थ और न्यूट्रिशन के सूचकांक पर 73 अंक पाकर देश में प्रथम स्थान पाया है, जो बिहार के लिए दोहरी उपलब्धि है।
नीति आयोग द्वारा जारी फरवरी 2022 की रैंकिंग में गया को द्वितीय, मुजफ्फरपुर को तृतीय, खगड़िया को सातवां, पूर्णिया को 14 वाँ, सीतामढ़ी को 19 वाँ, बेगूसराय को 48 वाँ, शेखपुरा को 54 वाँ, जमुई को 56 वाँ, अररिया को 57 वाँ, नवादा को 64 वाँ, औरंगाबाद को 80 वाँ एवं बांका को 89 वाँ रैंक प्राप्त हुआ है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी माह की रैंकिंग में बिहार के 4 जिले अंडर-10 में रहे हैं, जो एक अच्छी उपलब्धि है। बिहार के आकांक्षी जिलों में विकास की गति ने रफ्तार पकड़ा है। आगामी महीनों में अन्य जिले भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे एवं नीति आयोग के प्रत्येक सूचकांकों पर अच्छी उपलब्धि हासिल करेंगे।