पटना : देश के निजी सेक्टर की नौकरियों में सबसे ज्यादा उछाल आया है। इससे देश के युवाओं में उत्साह का संचार हुआ है। जैसा कि कुछ लोगों द्वारा कहा जाता है, नोटबंदी के कारण अर्थव्यस्था में मंदी आ गयी है। यह कहा जा सकता है कि नोटबंदी का असर अब अर्थव्यस्था में नहीं है। टाइम्स जॉब के द्वारा किये गये एक सर्वेंक्षण में यह बात सामने आई है कि 2017 में निजी सेक्टर में उत्सर्जित कुल नौकरियों में इस साल अबतक 16% का इजाफा हुआ है।
भारत के लगभग सभी उधोगों में नौकरियों की मांग बढ़ी है। रिटेल सेक्टर की नौकरियों में 19%, हेल्थकेयर और फार्मा में 10%, बैंकिंग सेक्टर में 9%, एफएमसीजी में 7%, आईटी सेक्टर और बीपीओ में 5% नौकरियों में इजाफा हुआ है।
अभी हाल तक भारत आईटी सेक्टर में टैलेंट निर्यात करता था। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईटी सेक्टर में नौकरियां लगातार कम हुई हैं। ऐसे में अगर भारत के आईटी सेक्टर में नौकरियों में इजाफा हो रहा है तो इसका प्रमुख कारण भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा मैनेजमेंट, डाटा एनालिसिस के स्किल्ड लेबर डिमांड का बढ़ना है।
इसके अलवा एफएमसीजी के सेल्स नौकरियों में इजाफा हुआ है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में स्किल्ड और बिना स्किल्ड नौकरियों में इजाफा हुआ है। इसके साथ ही साथ ई-कॉमर्स सेक्टर के आने से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और रिटेल सेक्टर के उत्पादन बढ़ने कारण इन क्षेत्रों के नौकरियों के इजाफा हुआ है। टाइम्स जॉब के बिसनेस हेड के अनुसार आने वाले साल में भी निजी क्षेत्र की नौकरियों भारी इजाफा होने के आसार है।
(राजीव राजू)