नवादा : वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। बिहार के मुख्यमंत्री क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे लोगों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जायज़ा ले रहे है, वहीं कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए दिए गए राशि के गबन का मामला प्रकाश में आया है। मामले में बीडीओ ने नाज़िर पर 7 लाख रुपए के ग़बन की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
जिले के नरहट प्रखंड में कोरोना राशि गबन का मामला सामने आया है। जिसके बाद गबन के आरोपी नाजिर के खिलाफ बीडीओ ने एफआईआर दर्ज कराया है। फिलहाल आरोपी नाजीर फरार है। पुलिस गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। बताया जाता है कि नरहट प्रखंड में कोरोना महामारी को लेकर आए फंड में भारी हेराफेरी हुई है। यह हेराफेरी प्रखंड कार्यालय के नाजिर घनश्याम प्रसाद द्वारा की गई है।
चेक पर अंकों की हेराफ़ेरी कर की निकासी
बताया जा रहा है कि नाजिर ने चेक पर राशि की हेराफेरी कर लाखों रुपये का गबन किया है। बीडीओ राजमिति पासवान ने बताया कि प्रखंड लिपिक सह नाजिर घनश्याम प्रसाद अलग-अलग तिथियों में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शेखपुरा एवं पंजाब नेशनल बैंक नवादा से कोरोना महामारी को लेकर काटे गए चेक पर अंको की हेराफेरी कर सात लाख रुपए का गबन कर लिया है।
उन्होंने बताया कि जब खाते को खंगाला गया तो पता चला कि तकरीबन 7 लाख रुपये की ऐसी निकासी हुई है। जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं है। पैसे की निकासी नाजिर घनश्याम प्रसाद द्वारा की जाती थी। उन्होंने काटे गये चेक में राशि की हेरफर कर यह पैसे निकाल लिये है।बीडीओ ने बताया कि गड़बड़ी सामने आने के बाद वरीय अधिकारियों से परामर्श के बाद स्थानीय थाने में नाजिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा ने बताया कि बीडीओ द्वारा नाजिर घनश्याम प्रसाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है। फिलहाल नाजिर फरार है। मामले की तहकीकात और फरार नाजिर की तलाश की जा रही है।