‘नरक’ भुगत रहे लोगों ने राजेंद्र नगर में सुशील मोदी के घर का किया घेराव
पटना : जलजमाव और इसके बाद पसरी गंदगी तथा महामारी से त्रस्त पटना के लोगों का गुस्सा आज सीधे—सीधे सरकार के प्रति फूट पड़ा। गंदगी और सड़ांध तथा डेंगू की मार से परेशान लोगों ने आज रविवार को राजेंद्र नगर स्थित उपमुख्यमंत्री सुशील कुुमार मोदी के निजी आवास पर जमकर हंगामा तथा घेराव किया। मौके पर तुरंत पुलिस बुलाई गयी जिसने किसी तरह लोगों को वहां से हटाया। इसके बाद लो वहां से बांकीपुर अंचल कार्यालय पहुंच गए जहां ताला लटका देख उनका गुस्सा और भड़क गया।
बांकीपुर अंचल कार्यालय पर ताला देख और भड़के
प्रदर्शन कर रहे लोगों में राजेंद्र नगर, बाजार समिति, बहादुरपुर के लोग शामिल थे। वे जलजमाव, गंदगी, महामारी तथा इसके लिए दोषी प्रशासनिक अफसरों एवं नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में विलंब पर खफा थे। जानकारी मिली है कि इसी तरह के प्रदर्शन शहर के दूसरे भागों, सगुना मोड़ और खागौल रोड में भी लोग कर रहे हैं।
ब्लीचिंग छिड़काव और फॉगिंग नाममात्र को
लोगों का कहना था कि डेंगू आउट आफ कंट्रोल हो गया है। जिस अंदाज में नरक पसरा है उसके अनुपात में ब्लीचिंग पाउडर और फॉगिंग नाममात्र को किया जा रहा है। जहां ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो भी रहा है, वहां उसकी क्वालिटी घटिया है। लोगों का गुस्सा मेयर और वार्ड पार्षदों के साथ ही विधायकों के खिलाफ भी फूट रहा था और वे उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
सरकार और मेयर पर लगाए आरोप
लोगों ने आरोप लगाया है कि इस बार पटना नगर निगम ने नालों की सफाई ठीक तरह से नहीं कराई, इसी वजह से पटना डूबा। इधर मेयर सीता साहू ने नगर विकास के प्रधान सचिव को पत्र लिख कहा कि राजधानी के नालों की सफाई नगर निगम के पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण व देखरेख में होती है, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी कराई जाती है। ऐसे में नालों की सफाई की जांच करा ली जाए। इसमें दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोग मेयर के इस कदम को महज खानापूर्ति और चेहरा बचाने की कार्रवाई बता रहे थे।