पटना : नालन्दा खुला विश्वविद्यालय की तरफ से आज 13वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल लालजी टंडन, शिक्षा मंत्री कृष्णानंदन प्रसाद वर्मा और नालन्दा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति रविन्द्र कुमार सिन्हा मौजूद रहे।
कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर बेहतर कर रही है। विद्यार्थियों को शिक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की समस्याओं से जूझने की जरूरत नहीं है। सरकार हर तरह से मदद करेगी। संसाधनों की कमी होने के बावजूद भी छात्र शिक्षा में अपना मनोबल बनाये हुए हैं।यह जज्बा देखकर सरकार तरह-तरह की योजना बना रही है। अब हर जिलों में नालन्दा खुला विश्विद्यालय के कार्यालय खोले जायेंगे। नालन्दा खुला विश्विद्यालय में 10 नए पाठ्यक्रम को जोड़ने का काम दिल्ली सरकार की अनुमति से किया गया है।
कुलपति ने कहा कि नालंदा खुला विश्विद्यालय में 50 हजार से अधिक किताबों वाली एक लाइब्रेरी , 350 कंप्यूटर और लैब की व्यवस्था उपलब्ध है। यह विद्यालय हमेशा कदाचार मुक्त परीक्षा करा रही है। इस समारोह में 2018 में उतीर्ण हुए विद्यर्थियों को राज्यपाल द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को स्वर्ण पदक और सर्टिफिकेट दिया गया। हिंदी विभाग से मधुर्मिता और चंदन कुमार वर्णित को , गणित से आयुषी सिंह को, एम कॉम में रजनी को संचार विभाग से कोमल रानी को इस तरह कुल 28 विद्यर्थियों को स्वर्ण पदक प्राप्त किये।आश्चर्य की बात है कि 28 स्वर्ण विजेताओं में 22 लड़कियां थी और 6 लडके। इन सभी विद्यार्थियों को लालाजी टंडन ने शुभकामना और आशीर्वाद दिया।
सोनू