मध्य प्रदेश में विस उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने प्रशांत किशोर को दिया राजनीतिक ठेका
मध्यप्रदेश में विधानसभा की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को ठेका दे दिया है। विचारधारा की लड़ाई को कांग्रेस ने राजनीतिक ठेकेदारी में परिवर्तित कर दिया है। बताया जाता है कि इसको लेकर गुरूवार को सहमति बन चुकी है। पीके को चुनावी ठेका देने का कारण यह बताया जा रहा है कि कांग्रेस 15 साल बाद मध्यप्रदेश की सत्ता में प्रशांत किशोर के रणनीति के बदौलत ही लौटी थी। लेकिन, प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को तव्वजो नहीं देने कारण कांग्रेस 15 महीने में ही सत्ता से दूर हो गई।
15 महीने बाद सत्ता पर काबिज हुई शिवराज सरकार को कांग्रेस सत्ता से बेदखल करने के लिए इसबार कुछ भी करने को तैयार है। भाजपा से ज्यादा कांग्रेस सिंधिया से बदला लेना चाहती है। इसलिए मध्यप्रदेश कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थित उम्मीदवारों को हराने के लिए अभी से ही मजबूत उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी है।
भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस इसबार वॉर रूम भोपाल में नहीं बनाकर ग्वालियर में बनाना चाह रही है। मतलब चुनावी गतिविधि को राजधानी से दूर करना है। विदित हो कि मार्च महीने में कांग्रेस के 22 विधायक पार्टी से बगावत कर इस्तीफ़ा दे दिया था। इसके बाद मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी।