पटना : आज राजद के पटना मुख्यालय में महागठबंधन के नेताओं ने एक प्रेसवार्ता कर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों के इशारे पर लालू प्रसाद यादव को जेल में तकलीफ दिया जा रहा है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने मेरे पिता लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाया था कि रांची से फोन पर ही बिहार में महागठबंधन की सभी सीटों का मैनजमेंट फ़ोन से करते हैं। जबकि रांची जेल के आईजी ने साफ-साफ इस बात से इनकार किया है।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हीं की पार्टी के नेता अनंत सिंह ने उन पर जेल में रहते हुए फोन से बात करने का आरोप लगाया है। अनंत सिंह के आरोप पर नीतीश कुमार की चुप्पी ही इस मामले को सही बता रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि ये गंभीर मामला है और इसकी जांच होनी ही चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे चाचा नीतीश कुमार कहा करते थे कि वो तीन सी यानी क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते। लेकिन आज वो सब कुछ वही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज से तीन महीने पहले कुछ ऑफिसर्स को करप्शन के चार्ज में हटाये थे, लेकिन पता नहीं क्या ऐसी नौबत आई कि उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया। तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी गया में प्रधानमंत्री की रैली हुई थी, उस रैली में नीतीश कुमार भी मौजूद थे, लेकिन प्रधानमंत्री और नीतीश कुमार के साथ एक ऐसा भी शख्स मौजूद था जिस पर पुलिस ने रासुका लगाया हुआ है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हुए थे तब उन्होंने 1 करोड़ हस्ताक्षर करवाया था। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए। लेकिन अब डबल इंजिन की सरकार होने के बाद भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सका। क्या कारण है इसका। तेजस्वी यादव ने कहा कि शराब बंदी के पीछे नीतीश की मंशा नशामुक्ति नहीं, बल्कि पैसा कमाना है। उन्होंने कहा कि 200 रुपये की शराब 1500 में मिल रही है। ये बिहार सरकार की ज़िम्मेदारी थी कि यहां शराब न मिले, लेकिन शराब की होम डिलीवरी हो रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार आजकल विकास विकास कर रहे हैं, और अपनी मज़दूरी मांग रहे हैं। किस तरह की मज़दूरी मांग रहे हैं। सृजन घोटाले की, या मुजफ्फरपुर कांड की। इस अवसर पर रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, हम पार्टी के जीतनराम मांझी समेत सभी बड़े-बड़े नेता उपस्थित थे।
मधुकर योगेश