पटना : बिहार विधानसभा मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। पिछले 3 दिनों से हो रहे हंगामे के बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया है जिसके बाद सदन में सिर्फ जदयू भाजपा और एनडीए के सदस्य ही नजर आ रहे हैं। वही आज का सदन काफी शांतिपूर्ण ढंग से संचालित किया जा रहा है। इसी बीच बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दिनांक 29 जून 2022 यानी बुधवार को कहा कि एक महीने के भीतर सभी प्रखंडों से बीआरपी को उनके मूल स्कूल में वापस कर दिया जायेगा। अगर उपयोगिता रहेगी भी तो बीआरपी के पद पर नये लोग आयेंगे।
विधानसभा में प्रखंड साधनसेवियों का मुद्दा
दरअसल,बिहार विधानसभा में आज प्रखंड साधनसेवियों का मुद्दा उठाया गया। भाजपा विधायक अरूण शंकर प्रसाद ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से यह सवाल उठाया कि प्रखंड साधानसेवी सालों से प्रखंड में जमे हैं। इससे शिक्षा व्यवस्था पर असर पड़ रहा है। वे बिचौलिये की भूमिका में होते हैं। कमेटी कि रिपोर्ट आने तक सभी प्रखंड साधनसेवियों को मूल विद्यालय में वापस किया जाये।
जिसके बाद भाजपा विधायक की इस चिंता पर सरकार के तरफ से समर्थन दिया गया। साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा है कि यह मामला सरकार के संज्ञान में है। हमने समीक्षा की है। इसी के साथ शिक्षा मंत्री ने ऐलान किया कि 1 महीने में मूल विद्यालय में वापस भेज देंगे। विजय चौधरी ने कहा कि बीआरपी की उपयोगिता को लेकर कमेटि गठित है। अगर उपयोगिता होगी तभी बीआरपी रहेंगे। अगर उपयोगिता होगी तो नये सिरे से चयन करेंगे। पुराने लोग बीआरपी अब नहीं रहेंगे।
इससे पहले बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र में अग्निपथ के खिलाफ विपक्ष का हंगामा लगातार चौथे दिन बुधवार को भी जारी रहा। राजद सहित सभी विपक्षी दलों के सदस्य बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के चैम्बर के बाहर धरना पर बैठ गए। विपक्षी सदस्यों ने सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध जताते हुए केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की।