ममता ने बांग्लादेशी को दे दिया तृणमूल टिकट, हाईकोर्ट के खुलासे से हड़कंप
नयी दिल्ली/कोलकाता : ममता बनर्जी अपनी पार्टी का टिकट देकर एक बांग्लादेशी को विधायक बनवाने का षडयंत्र रचने के मामले में बुरी फंसी हैं और इस खुलासे के बाद पूरे देश में सनसनी मच गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता पर पहले से बांग्लादेशियों और रोहिंग्या को अवैध रूप से बंगाल में संरक्षण और फर्जी नागरिकता देने के आरोप लगते रहे हैं। अब पता चला है कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में ममता की पार्टी टीएमसी ने बांग्लादेश की नागरिक आलो रानी सरकार को बोंगाव दक्षिण सीट से पार्टी का टिकट दे दिया।
बोंगाव दक्षिण सीट से लड़ा विस चुनाव
आलो रानी सरकार यद्यपि उस वक्त चुनाव हार गईं। पर उनकी पार्टी इस हार के नतीजे के खिलाफ हाईकोर्ट चली गई। यहीं मामले का असल झोल खुल गया। सुनवाई के दौरान उनके बांग्लादेशी नागरिक होने की बात सामने आई। हाईकोर्ट ने जब गहन जांच कराई तो तृणमूल कैंडिडेट की भारत और बांग्लादेश यानी दोनों देशों की दोहरी नागरिकता रख्रने की बात का खुलासा हुआ।
हाईकोर्ट ने पकड़ा मामला, सख्त टिप्पणी
अब मामले में कोलकाता हाईकोर्ट ने ममता की पार्टी टीएमसी की इस नेता पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी भारतीय का दोहरी नागरिकता रखना गैरकानूनी है। फिलहाल हाईकोर्ट ने चुनाव नतीजे को लेकर टीएमसी द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया है। लेकिन विपक्षी भाजपा ने इसे गंभीर और खतरनाक मामला बताते हुए तृणमूल का एक राजनैतिक पार्टी के तौर पर रजिस्ट्रेशन रद्द करने की मांग की है।