सारण : छपरा मढ़ौरा थाना क्षेत्र के मढ़ौरा बाजार स्थित एलआईसी कार्यालय के सामने मंगलवार की देर शाम एसआईटी के दरोगा मिथिलेश कुमार एवं उनके सिपाही फारूक की हत्या के बाद घटना स्थल से पुलिस ने एक रिवाल्वर बरामद किया है, रिवाल्वर लाइसेंसी है। जिसके आधार पर इसका काफी हद तक उद्धभेदन हुआ है। घटनास्थल से जो लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद किया गया है वह जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण के नाम का है। घटना स्थल पर सुबोध सिंह द्वारा मुख्य भूमिका निभाने के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं। बरामद स्कॉर्पियो गाड़ी भी सुबोध सिंह के द्वारा हीं इस्तेमाल किया जाता था जिसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने दी। इस संबंध में डीआईजी विजय कुमार वर्मा ने बताया कि लाइसेंसी रिवाल्वर ने पुलिस को इस घटना में काफी मदद मिली है। जिप अध्यक्ष के नाम से लाइसेंस होने से बहुत कुछ स्पष्ट हो गया है। सूत्रों का कहना है कि जिला परिषद अध्यक्ष के नाम से निर्गत रिवाल्वर का प्रयोग उनके भतीजा द्वारा अक्सर किया जाता था। इस घटना को लेकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे सघन पूछताछ की जा रही है। घटना के बाद से जिला परिषद अध्यक्ष फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उनके गांव व छपरा स्थित सरकारी आवास पर छापामारी की है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि करीब एक दशक पूर्व मीना अरूण के नाम से रिवाल्वर का लाइसेंस निर्गत था। इसके अलावा अरुण सिंह के घर में कितने लाइसेंस निर्गत किए गए हैं। इसकी भी जांच प्रशासनिक टीम कर रही है। जांच के बाद त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने जब्ती सूची बनाई है, उसमें बताया गया है कि रिवाल्वर लोडेड था। उसमें पांच जिदा कारतूस था। ऐसा प्रतीत होता है कि इससे एक फायर किया गया है। इसके अलाव पांच खोखा भी घटना स्थल से बरामद किया गया है।
Swatva Samachar
Information, Intellect & Integrity