नयी दिल्ली : कोरोना एक महामारी ही नहीं, बल्कि भारत, अमेरिका, जापान, इजरायल, ब्रिटेन समेत तमाम ऐसे देशों को बर्बाद करने का जैविक एजेंडा है जो चीन को चुनौती देते रहे हैं। इस घिनौने एजेंडे का प्लान बी शुरू हो गया है। इसके तहत भारत में पलायन के बहाने लॉकडाऊन को फेल करने की साजिश हो रही है। इसके लिए समूचे देश में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई जिसका नतीजा यह निकला कि दिल्ली समेत देश के विभन्न इलाकों में हजारों लोग घर लौटने की आपाधापी में विभिन्न बस अड्डों पर जमा हो गए। यह वायरस के संक्रमण के लिहाज से काफी खतरनाक है और देश के दुश्मनों के लिए अनुकूल।
आनंद विहार में जुटी 10 हजार की भीड़
पलायन कर रहे लोगों ने पूछने पर बताया कि उन्हें फोन पर मैसेज आया कि लॉकडाउन में छूट है और आनंद विहार से सरकार बस चला रही है। साफ है कि किसी ने सोची समझी साजिश के तहत सोशल मीडिया के जरिए ये अफवह फैलाई थी कि सरकार द्वारा लॉकडाउन में 24 घंटे की राहत दी गई है ताकि लोग कहीं भी आ जा सकें। इस कोरी अफवाह ने सोशल मीडिया पर ऐसा जोर पकड़ा कि देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग अपना बोरिया बिस्तर लिए आनंद विहार बस अड्डे पर पहुंच गए और देश की राजधानी में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ गईं।
बिहार भाजपा अध्यक्ष ने केजरीवाल को लताड़ा
बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने फेसबुक पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाते हुए उन्हें काफी भला बुरा कहा। संजय जायसवाल ने यहां तक कह दिया कि वे करते कुछ और हैं और दिखाते कुछ और। जायसवाल ने कहा कि कल रात यूपी के सीएम योगी जी ने मानवता के आधार पर जो चंद लोग रास्ते में फंसे हुए थे, उनको घर पहुंचाने के लिए बस चलवाया। पैदल ही घर के लिए निकल पड़े ये लोग वैसे भी दिल्ली शहर छोड़ कर निकल ही गए थे। पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक साजिश के तहत यह अफवाह फैलाई कि आनंद विहार से 1000 बसें उत्तर प्रदेश के लिए चलेंगी।
खाना खिलाने की जिम्मेदारी से बचने का खेल
संजय जायसवाल ने तो यहां तक कहा कि आप पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी वासियों को यह समझाया गया कि आनंद विहार और गाजीपुर से आप घर जा सकते हो। खाना खिलाने की जिम्मेदारी से बचने के लिए यह केजरीवाल सरकार की बहुत ही नीच हरकत है। इसका नतीजा यह निकलेगा कि अगर दिल्ली में इन्फेक्शन जहां भी फैला हो वह इन व्यक्तियों द्वारा उत्तर प्रदेश और बिहार के हर गांव में पहुंच जाएगा।
जानें, क्या कहा पलायन करने वाले मजदूरों ने
दिल्ली में ITO-विकास मार्ग पर लोगों से जब बात की गई तो ये सामने आया कि टीवी और सोशल मीडिया पर देखकर ये लोग अपने घर जाने के लिए निकले हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर मैसेज चल रहा था कि दो दिन का समय है घर जाने का और सरकार ने बसों का इतंजाम भी कर दिया है। इधर लॉकडाउन के दौरान भीड़ की सूचना पर पहुंची पुलिस भी सतके में आ गई। पुलिस ने लोगों को समझानें की कोशिश की पर वे नहीं माने। बाद में दिल्ली सीएम केजरीवाल को सामने आना और कहना पड़ा कि वे कहीं नहीं जाएं, लॉकडाउन का पालन करें। दिल्ली में 800 ऐसे केंद्र हैं, जहां लोगों को खाना खिलाया जाएगा।