क्या है पप्पू यादव के रोने की नौटंकी का सच?
पटना : गुरुवार को भारत बंद के दौराना मुजफ्फरपुर में मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव पर हुए हमले की घटना को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है। मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर ने इसे फर्जी मामला बताते हुए कहा कि उनके द्वारा रोते हुए दिया गया बयान मौके से, जिसकी वे चर्चा कर रहे हैं, दूर किसी और स्थान पर शूट किया गया है।
एसएसपी ने कहा कि इससे संबंधित उन्होंने कोई शिकायत भी तब दर्ज नहीं कराई। पुलिस ने टीवी पर खबर आने के बाद इसकी जांच करवाई तो ऐसी किसी भी घटना के वहां होने का कोई सबूत नहीं मिला। साफ है कि टीवी चैनलों पर रोते हुए पप्पू यादव ने जो कुछ भी कहा वह उनकी नौटंकी मात्र ही था। मामला तब और दिलचस्प हो गया जब एसपी के बयान के बाद पप्पू यादव का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में सामने आ गया।
इस नए वीडियो में बंद समर्थकों से पप्पू यादव खूब हंस—हंस कर बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। स्पष्ट लग रहा है कि बंद के दौरान जब वे बंद समर्थकों के बीच पहुंचे तब उन्होंने उनके साथ काफी खुशनुमा माहौल में उन्हें वहां से जाने देने का आग्रह किया था। फिर वे वहां से रुखसत हो गए थे। वहां बवाल जैसा कुछ भी नहीं हुआ था।
इधर इस वीडियो और एसएसपी के बयान पर पूछे जाने पर पप्पू यादव ने कहा कि वे बाद में एसएसपी के पास शिकायत लेकर गए थे। लेकिन उन्होंने उनसे घटना से संबंधित वीडियो या कोई तस्वीर मांगा। अब मैं विकट परिस्थिति में फंसने के बाद तस्वीर या वीडियो कहां से बनवाता। फिलहाल मामलो को लेकर राजनीति गरम है।