कोरोना का कहर भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
पटना : आजकल पुरे समाज में एक रोग का हड़कंप मचा हुआ है। वह है कोरोना वायरस। इस वायरस ने इस तरह से अपना कब्ज़ा पुरे सामज पर जमा लिया हर कोई किसी न किसी तरह इस वायरस के संपर्क में नहीं आने का कोशिश कर रहा है। वह एक ऐसा वायरस है जिसकी उत्पति तो चीन में हुई पर इसने बहुत ही काम समय में पुरे विश्व भर के लोगों को अपने कब्जे में लेने का काम किया है। एक सर्बे के अनुसार अबतक पुरे विश्व भर में अब तक इस वायरस के शिकार लोगों की मौत बात करे तो 3,501 है।
बिहार में कितना असर कर रहा कोरोना वायरस
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि कोविड-19 को लेकर देश में जारी अलर्ट के बीच बिहार में अब तक 100 से अधिक कोरोना वायरस के संदिग्धों की पहचान की गई है। इनमें से 26 मरीजों ने इस वायरस को लेकर रखे जाने वाले पर्यवेक्षण के समय को पूरा भी कर लिया। पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र नारायण सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस फेफड़ों को प्रभावित करने वाला एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम है। यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से अपने चारों ओर करीब डेढ़ मीटर के लोगों को चपेट में लेता है।
बिहार के भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना वायरस को लेकर अपने विश्वविद्यालय अलर्ट जारी किया
बिहार के भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना वायरस को लेकर अपने विश्वविद्यालय अलर्ट जारी किया है।यूजीसी की ओर से गुरुवार को पत्र मिलने के बाद विवि प्रशासन ने ये निर्णय लिया है।
इस विश्वविद्यालय परिसर में अनावश्यक भीड़ नहीं लगाएं। साथ ही शिक्षकों को कहा गया था कि यदि किसी विद्यार्थी को सर्दी या जुकाम हो तो उसे डॉक्टर से जांच कराने और ठीक होने तक कैंपस से दूर रहने की सलाह दें। साथ ही विश्वविद्यालय और कॉलेज में हैंडवास व सेनेटाइजर उपलब्ध कराने तथा क्लासरूम में साबुन व पानी की व्यवस्था करने को कहा गया है।
विवि और इससे संबद्ध सभी कॉलेजों में अगले आदेश तक शिक्षकों व कर्मियों से बायोमीट्रिक अटेंडेंस नहीं बनाने को कहा गया है। कुलपति की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि वे रजिस्टर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।