कृषि प्रधान देश में युवा वर्ग का नहीं है कृषि के तरफ झुकाव – सुधांशु कुमार
झारखंड : प्रज्ञा प्रवाह के झारखण्ड टीम द्वारा फेसबुक लाइव के माध्यम से नयानगर ग्राम (समस्तीपुर) के मुखिया और किसान सुधांशु कुमार से कृषि में आधुनिक तकनीक ग्राम स्तर पर स्व रोजगार और रोजगार सृजन के साधन पर बात चीत की गई। जिसमें उन्होंने कृषि को कैसे रोजगारपरक बनाया जाय उसमें क्या क्या अवसर है उसके बारे में बताया।
जमीन छोड़कर पलायन कर रहें किसान
उन्होंने इस बात को भी कहा कि आज के दौर में किसान अपने उपजाऊ जमीन छोड़कर पलायन करता है । जबकि दूसरे शहर में जाकर मशीनी कल पुर्जे की दुनिया का मजदूर बन जाता है । कृषि की आधुनिकता वैश्विक ग्लोबल मंच तक पहुंच चुकी है, ग्राम स्तर से लेकर बड़े बड़े शहरों में इसकी जरूरत सूट बूट पर हावी हुई है।
रोजगार की बात करते हैं तो सिर्फ होती है युवा की बात
उन्होंने बताया कि जब भी हम रोजगार की बात करते हैं तो सिर्फ युवा की बात होती है और जैसा कि सदियों से सुना जा रहा है कि भारत कृषि प्रधान देश है तो फिर युवा वर्ग का कृषि के तरफ झुकाव क्यों नही है उसके तीन सबसे महत्वपूर्ण कारण हैं ग्लैमर, रिटर्न और तीसरा मेहनत से बचना जो कि आज का युवा चाहता है।
कृषि कार्य में पढ़ाई और तकनीकी का अलग महत्व
कृषि कार्य में पढ़ाई और तकनीकी का अलग ही महत्व है, आधुनिक तरीके के मशीन से नए तौर तरीके से हम कृषि को ग्लोबल रूप दे सकते हैं लेकिन उसके लिए हमें खेतों को अपने जीवन और शरीर का अंश समझना होगा और उससे दूसरा फायदा आय के स्त्रोत का भी है जो निरंतर बढ़ती जायेगी।खेती के दौरान तापमान को कैसे कंट्रोल करके फसल को बचाया जा सके उसके उपाय पर भी चर्चा किया तथा मोबाईल का सदुपयोग किस तरीके से खेती के दौरान खेत में खाद और पानी भी देकर किया जा सकता है उस पर भी जोर दिया।