नवादा : रजौली अनुमंडल अस्पताल में केरल के अलग-अलग फैक्ट्रियों में प्राइवेट जॉब करने वाले 35 लोगों की झारखंड से बिहार राज्य में रजौली चितरकोली चेक पोस्ट बॉर्डर से प्रवेश करने पर अनुमंडलीय अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराया गया।
सिविल सर्जन के निर्देश पर रजौली पुलिस के एएसआई रंजीत पासवान उसे चितरकोली चेक पोस्ट से अपने साथ लेकर रजौली पहुंचे।
रजौली बाईपास चौक पर बीडीओ प्रेम सागर मिश्र व पीएचसी प्रभारी डॉ बीएन चौधरी ने केरल से लौटे यात्रियों को रांची से रिजर्व बस से लेकर नवादा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में जा रहे यात्रियों को रजौली बाईपास चौक पर रोका। बस पर सवार सभी यात्रियों को अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में चिकित्सक डॉ राजीव कुमार, डॉ दिलीप कुमार ने बस पर सवार सभी 35 लोगों की जांच की। जांच के दौरान सभी लोगों से बुखार, सर्दी, खासी या किसी प्रकार के शरीर में दर्द आदि की गहनता से पूछताछ की गई। जांच के दौरान किसी भी लोगों ने ऐसी कोई शिकायत नहीं होने की बात कही। जांच के उपरांत सभी लोगों को अस्पताल से छोड़ दिया गया।
जांच कराए गए लोगों में नवादा जिले के कौवाकोल, गोविंदपुर समेत अन्य कई क्षेत्रों के लोग शामिल थे। कोरोना वायरस की जांच के लिए अस्पताल की तैयारियों की अगर बात करें तो यह महज एक खानापूर्ति है। क्योंकि अनुमंडलीय अस्पताल में ना तो थर्मल का स्केनर है और ना ही अन्य कोई सुविधा। डॉक्टर मरीज से पूछते हैं कि क्या आप बीमार हैं जिसके बाद मरीज कहते हैं नहीं उसके बाद उन्हें स्वस्थ होने का प्रमाण पत्र देकर रवाना कर दिया जाता है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि स्वास्थ विभाग कितना कोरोना वायरस को लेकर सजग और सतर्क है।