केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह व अनुराग ठाकुर ने बिहार के उद्यमियों से उद्योग जगत को मजबूत बनाने को लेकर किया विमर्श
पटना : केंद्रीय मंत्रियों ने बिहार उद्योग संघ के पदाधिकारियों से बात कर कोरोना के बाद उत्पन्न परिस्थितियों में उद्योग जगत को फिर मजबूत बनाने के मामले में विचार विमर्श किया किया। बीआईए के पूर्व अध्यक्ष केपीएस केसरी से वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने बात की।केसरी ने मंत्री ठाकुर से कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, लिक्विडिटी बढ़ाने, बिहार को मखाना क्लस्टर के लिए एक हजार करोड़ का बजट देने व संरचनागत सुधार के लिए सरकार धन्यवाद के पात्र है। इन सभी उपायों से कोरोना को लेकर उत्पन्न संकट से बिहार के उद्योग व अन्य धंधों को उबारने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि बिहार के उद्योग विभाग का कुल बजट 800 करोड़ का है। ऐसे में मखाना के विकास व उसकी ब्रांडिंग के लिए 1000 करोड़ का आवंटन निश्चित रूप से बहुत बड़ा कदम है। इससे मखाना में निर्यात की भी भरपूर संभावना हैं। उन्होंने कहा कि संरचनागत सुधार से विदेषों में कारोबार कर रहे भारतीय उद्यामियों के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा।
इसके साथ ही उन्होंने वित्त राज्यमंत्री का ध्यान लाॅक डाउन के कारण उत्पन्न समस्याआं की ओर भी दिलाया। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के कारण काम बंद हो गया। वहीं बैंक से लोन का ब्याज अब भी जारी है। इस विषय पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में स्टार्टअप को सरंक्षण मिलना चाहिए।
बिहार में कृषि व कृषि आधारित उद्योगों की समस्याओं व उनके समाधान के विषय में केंद्रीय कृषि मंत्री गिरीराज सिंह ने बीआईए के अध्यक्ष रामलाल खेतान व मनीश तिवारी से बात बात चीत किया खेतान ने कृषि आधारित उद्योगों के संभावना से गिरिराज सिंह को अवगत कराते हुए कुछ सुझाव भी दिए।वहीं सिंह ने सुझावों को पत्र के माध्यम से भी मंत्रालय को उपलब्ध कराने की सलाह दी।