कौन है कांग्रेस का बड़बोला ‘शत्रु’? राज बब्बर, मांझी ने खामोशी तोड़ी
पटना : यूपी कांग्रेस अध्यक्ष और सिने अभिनेता राज बब्बर अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार करने आज बिहार पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर राज बब्बर के पहुंचते ही पत्रकारों ने उनसे पटना साहिब के कांग्रेस प्रत्याशी और स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा पाकिस्तान के निर्माता मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर दिये बयान के बारे में सवाल किया। इसपर श्री बब्बर ने बिहारी बाबू को आड़े हाथ लेते हुए शत्रुघ्न सिंह के बयान को सरासर गलत बताया। श्री बब्बर ने कहा कि मैं जिस कांग्रेस पार्टी को जानता हूं वो गांधी, नेहरू, मौलाना आजाद और सरदार पटेल की पार्टी है। कांग्रेस का मोहम्मद अली जिन्ना से कभी कोई संबंध नहीं रहा है। जिन्ना स्वतंत्रता आंदोलन के समय से ही अलगाववादी रवैया रखने वाले एक धार्मिक समूह के नेता थे।
इधर महागठबंधन के प्रमुख नेता और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने भी शत्रुघ्न सिन्हा पर उनके ताजा बयान के लिए जमकर हमला बोला। पत्रकारों से बात करते हुए श्री मांझी ने कहा कि यह शत्रुघ्न सिन्हा का निजी बयान है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में गांधी की जहां राष्ट्रवादी सोच थी वहीं जिन्ना की राष्ट्रविरोधी। शत्रुघ्न सिन्हा को ऐसा नही बोलना चाहिए। जिन्ना ने भारत को तोड़ने का काम किया और शत्रुघ्न उन्हीं की हिमायत कर रहे हैं। मालूम हो कि मप्र के छिंदवाड़ा में एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस के स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा ने पाकिस्तान बनवाने वाल मोहम्मद अली जिन्ना को कांग्रेस का नेता बता दिया था। इसे लेकर सियासी तूफान मच गया है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर सरदार पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना से लेकर जवाहर लाल नेहरू तक एक परिवार है। इसीलिए मैं इसमें शामिल हुआ हूं। शत्रुघ्न सिन्हा हाल ही में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए हैं और कांग्रेस ने उनको पटना साहिब से ही लोकसभा का टिकट दिया है।
शत्रुघ्न सिन्हा के इस बयान से बिहार समेत देश की राजनीति गरम हो गई है। ‘शत्रु’ के इस बयान पर लोजपा नेता चिराग पासवान ने भी पलटवार किया। चिराग पासवान ने कहा कि पार्टियां बदलती हैं, तो इन्सान की सोच भी बदलती है। शत्रुघ्न जिस पार्टी में गए हैंं, उस पार्टी की सोच वैसी ही है। जिसके आधार पर उन्होंने यह बयान दिया है। वहीँ, शहला रशीद के बयान पर चिराग ने कहा कि चुनाव आयोज को संज्ञान लेना चाहिए। साथ ही पार्टी को भी जवाब देना चाहिए।