पटना : कोरोना को लेकर बिहार में अब नए पॉजिटिव केस सामने आने लगे हैं। तथा यह संख्या बढ़कर 9 हो गई है। कोरोना से संबंधित केस में कमी लाने के लॉक डाउन को प्रभावी बनाने के लिए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने सामूहिक धर्मिक स्थल पर पूजा और जुलूस नहीं निकालने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसको लेकर चार हजार से अधिक वाहनों को जब्त किया गया है।
लॉक डाउन में हो रहे कालाबजारी को लेकर डीजीपी ने कहा की कालाबाजारी करने वालों को राष्ट्रद्रोही माना जाएगा। तथा उनका नाम गुंडा पंजी में चढ़ाया जाएगा। लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों से अपील करते कहा कि इस इस कठिन परीक्षा के समय में सब कोई मिलकर सहयोग करें।
डीजीपी ने आपातकालीन सेवाओ से जुड़े हुए लोगों को परेशानी न हो इसके लिए पुलिस पदाधिकारियों को ज़रूरी निर्देश देते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों द्वारा जो सामूहिक किचेन की गई व्यवस्था की गई है वह सराहनीय है।
मालूम हो कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने देशभर में 21 दिनों की लॉक डाउन की घोषणा कर चुकी है। सभी राजनीतिक दल, नेता सांसद, विधायक और एमएलसी अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं। कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार 1 लाख 70 हजार का राहत पैकेज जारी कर चुकी है। इस इस महामारी से निपटने के लिए बिहार सरकार के लिए वित्त विभाग ने 1200 करोड़ रूपये स्वास्थ्य विभाग को खर्च करने की अनुमति दे दी है। वहीं मुख्यमंत्री राहत कोष से 100 करोड़ रूपये जारी कर दिए गए हैं।