स्थिति बिगड़ने के बाद किया गया रिम्स रेफर
रामगढ़ : कोरोना जो कि अब भारत में महामारी का रूप ले चुकी है। पूरे देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारत में इस वायरस से 887 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें से 20 लोगों की मौत हो चुकी है। तजा मामला है झारखण्ड के रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड में स्थित झारखंड स्टील एंड पावर लिमिटेड प्लांट का जहां कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं।
जेएसपीएल प्लांट के अंदर बने अस्पताल में दो कर्मचारी पिछले कई दिनों से इलाजरत थे। वहां उन्हें चिकित्सकों के द्वारा होम क्वॉरेंटाइन भी किया गया था। लेकिन शुक्रवार की शाम उनकी स्थिति बिगड़ गई। तो उन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है।
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इस संबंध में प्लांट हेड संजय सिन्हा ने बताया कि दोनों कर्मचारी लगभग 20 दिन पहले दिल्ली से लौटे थे। यहां उनकी तबीयत ज्यादा खराब नहीं थी। लेकिन, अस्पताल में इलाज के क्रम में स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें रिम्स रेफर किया गया है।
बिना रामगढ़ जिला प्रशासन को सूचना दिए, प्लांट के अधिकारी करा रहे थे दोनों का इलाज
जिंदल प्लांट के अधिकारियों ने रामगढ़ जिला प्रशासन को बिना सूचना दिए दोनों का इलाज अपने निजी अस्पताल में करा रहे थे। प्लांट के अधिकारियों को लगा कि उन्हें कुछ नहीं हुआ है वह जल्दी ठीक हो जाएंगे। लेकिन जब उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रखा गया तब भी प्लांट के अधिकारियों को होश नही आया। जब स्थिति बिगड़ गई तब उन दोनों को रिम्स रेफर करने के बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ।
Ab wo dono corona negative paye gaye h…
kya unki report positive hai hai jaldi bataye
Whato unhe possative btaya gya hy
जिला प्रसाशन ने कोई कार्यवाही की है क्या ?