पीएम कैंडिडेट पर बुरी तरह फंसी JDU, ललन ने नीतीश की दावेदारी नकारी
पटना: नीतीश की पीएम उम्मीदवारी पर जदयू खुद ही बुरी तरह फंस गया है। एक तरफ जदयू का एक धड़ा नीतीश को पीएम कैंडिडेट बता तेजस्वी के लिए लाइन ओके कर रहे हैं। इसीलिए पटना में पांच पोस्टर भी लगाए गए हैं। वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने नीतीश के 2024 में विपक्ष का पीएम कैंडिडेट होने से साफ इंकार कर दिया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में ललन सिंह ने कहा कि पार्टी ने कभी नहीं कहा कि वे पीएम कैंडिडेट हैं। इस कारण आरसीपी के पार्टी से बाहर जाने के बाद भी जदयू की अंदरुनी खटपट रुक नहीं रहीं। नीतीश के पाला बदलने और महागठबंधन की सरकार बनने बाद जदयू में यह नया टंटा शुरू हो गया है।
आरसीपी के जाने के बाद भी नहीं थमा जदयू में रार
सबसे बड़ी बात यह कि केसीआर के पटना आगमन और नीतीश के पीएम कैंडिडेट प्रकरण के बाद नीतीश की राजनीति सुचिता वाली छवि की जो छीछालेदर हुई, वह अब पोस्टर प्रकरण और जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के ताजा स्टैंड से और हस्यास्पद हो गई है। ललन सिंह ने नीतीश कुमार के 2024 में विपक्ष का पीएम कैंडिडेट होने से साफ मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कहीं से पीएम उम्मीदवार नहीं हैं। वे विपक्ष को 2024 के लिए एकजुट करने का काम करेंगे। पार्टी ने कभी नहीं कहा कि वे पीएम कैंडिडेट हैं। सब मीडिया की ऊपज है।
दो धड़ों की अलग-अलग मंशा जदयू का बना मजाक
हालांकि दूसरी तरफ मंत्री श्रवण कुमार और उपेंद्र कुशवाहा नीतीश को पीएम कैंडिडेट बना दिल्ली भेजने की बात पहले ही कह चुके हैं। श्रवण कुमार ने जहां लालकिले पर झंडा फहराने की बात कही वहीं उपेंद्र कुशवाहा भी अपने लिए बिहार में जदयू में ‘कुर्सी’ खाली देखना चाहते। इसीलिए उन्होंने नीतीश के पाला बदलते ही अपने ट्वीट में लिखा भी था कि ‘बिहार ने देखा, अब देश देखेगा, नीतीश जी दिल्ली आपका इंतजार कर रही है’। जदयू कार्यालय पर पीएम कैंडिडेट वाली ताजा पोस्टरबाजी के पीछे भी संभवतः जदयू के इसी धड़े का दिमाग काम कर रहा है।