बेगूसराय : गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर बेगूसराय में कन्हैया के लिए वोट मांगते—मांगते वह सब कुछ कर गए जिसके लिए वे भाजपा की निंदा किया करते थे। बेगूसराय स्थित केडीएम होटल के सभागार में कन्हैया के पक्ष में एक सभा में उन्होंने वहां के मुसलमानों द्वारा राजद प्रत्याशी का समर्थन करने पर उन्हें ताकीद किया कि, ‘मुस्लिम भाई अगर कन्हैया को वोट नहीं करना चाहते हैं तो कम से कम भाजपा के प्रत्याशी को ही कर दें। कम से कम भाजपा वाले एहसान तो मानेंगे, तंग तो नहीं करेंगे। धर्म के नाम पर वोट मांगने वाले तो आपको याद भी नहीं करेंगे’। स्पष्ट है कि जो जावेद अख्तर अब तक भाजपा पर धर्म के आधार पर वोट मांगने का आरोप लगाते रहे हैं, आज उन्हीं जावेद अख्तर ने खुलेआम बेगूसराय में मुसलमानों को कहां वोट करना चाहिए, इसकी सलाह दे डाली। उनका इशारा बेगूसराय के मुसलमानों द्वारा राजद प्रत्याशी तनवीर हसन को समर्थन देने के लिए उनपर तंज कसने जैसा था।
श्री अख्तर ने कहा कि जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार की गलती यही है कि वह सच बोलते हैं। जबकि वर्तमान सरकार में सच बोलना मना है। देश का लोकतंत्र बुरे वक्त में चल रहा है। जनता चाहे तो बुरे वक्त की सरकार को बदल सकती है। उन्होंने कहा कि देश में पांच हजार पुरानी संस्कृति को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। अमीरों के लिए सरकार काम कर रही है। देश में गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी, शिक्षा मुद्दा नहीं है। सांप्रदायिक मुद्दों पर चुनाव लड़ा जा रहा है।
जावेद अख्तर ने कहा कि कन्हैया कुमार से मोदी जी आपको इतनी तकलीफ क्यों है। क्योंकि कन्हैया जेएनयू में सच बोलता है, यहां आकर सच बोलता है।जावेद अख्तर ने कहा कन्हैया की जीत देश के लोकतंत्र में एक नई दिशा तय करेगी।
जावेद अख्तर ने राजद प्रत्याशी तनवीर हसन की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बेगूसराय में कुछ सेक्यूलर भी धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं। यह कहां तक जायज है। आप में और साम्प्रदायिक दलों में फिर क्या अंतर रह जाएगा। उन्होंने कहा कि मुस्लिम भाई अगर कन्हैया को वोट नहीं करना चाहते हैं तो कम से कम भाजपा के प्रत्याशी को ही कर दें। कम से कम भाजपा वाले एहसान तो मानेंगे, तंग तो नहीं करेंगे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने किया। पूर्व विधायक अवधेश राय, सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव डॉ. के नारायण आदि सभा में मौजूद थे।