जनता को गुमराह करना बंद करे राज्य सरकार- बाबूलाल मरांडी

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रांची : झारखंड में कोरोना का लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं केंद्र सरकार के आदेश के बाद राज्य में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। इस बीच झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से हवाई जहाज के इस्तेमाल की अनुमति मांगी है। जिसके बाद झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला है ।

मुख्यमंत्री द्वारा मुंबई से रेल चलाने की नहीं दी जा रही अनुमति

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रेल से नहीं बल्कि हवाई जहाज से प्रवासी मजदूरों को वापस राज्य में लाने की बात करते हैं परंतु अपनी विफलता के पीछे उनका तर्क रहा है कि मनमुताबिक रेल उपलब्ध नहीं हो रहा है। मरांडी ने कहा कि परंतु जमीनी स्तर पर इनका दावा ठीक इसका उल्टा है। उन्होंने कहा कि मुंबई से ट्रेन क्यों नहीं आ रही है इसको लेकर जब मैंने रेल मंत्री पियूष गोयल से बात की तो उन्होंने बताया कि हम 12 मई से ही मजदूरों को मुंबई से झारखंड ले जाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर रेल देने को तैयार बैठे हैं परंतु झारखंड सरकार द्वारा ही इसकी अनुमति नहीं दी जा रही है।

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विपदा की घड़ी में भी क्यों राजनीति कर रही राज्य सरकार

वहीं मरांडी ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता की इस विपदा के घड़ी में भी राज्य सरकार राजनीति क्यों कर रही है जबकि उनको अभी राजनीति ना कर बाहर फंसे श्रमिक मजदूरों को वापस अपने राज्यों में लाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी परमिशन दे दें तो रेल मंत्री से बात कर मुंबई से झारखंड के लिए कल सुबह दो ट्रेन खुलवाने में उनका सहयोग कर सकते हैं। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री को चाइए की वह राज्य के जनता को गुमराह न करें बल्कि सच्चे जनप्रतिनिधि की भूमिका को निभाए।

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