पटना : तमाम दावों के बाद भी बिहार में शराब और शराबी दोनों बेकाबू हैं। मुख्यमंत्री से लेकर चौकीदार तक, सभी दारूबंदी को लेकर सबसे ज्यादा संबेदनशील और चौकस हैं। नीतीश कुमार भी दारूबंदी को अपनी टीआरपी के लिए तुरुप का पत्ता मान बैठे हैं। यहां तक कि दारूबंदी को द्ढ़ता से लागू करने के चक्कर में सारा फोकस इसी पर रखा गया है। इसका फायदा अपराधी हत्या, लूट और रेप को ताबड़तोड़ अंजाम देने में उठाने लगे। क्राइम ग्राफ काफी ऊपर चला गया। ऐसे में यदि कोई दारू के नशे में एसएसपी को ही फोन पर हड़का दे तो आप इसे क्या कहेंगे?
दारूबाजों ने न सिर्फ राजधानी पटना के एसएसपी को फोन पर हड़काया, बल्कि एक अन्य मामले में एक शराबी ड्राइवर ने दारू पीकर स्कूल बस चलाते हुए पचासों बच्चों की जिंदगी दांव पर लगा दी। साफ है कि दारूबंदी बिहार में तमाम कानूनी उपायों के बाद भी पूरी तरह फेल हो चली है।
दारू के नशे में एसएसपी को हड़काया
नशे में धुत युवक ने पुलिस अधिकारियों को फोन करके हड़काया, युवक हिरासत में
जानकारी के अनुसार बीती रात शराब पीकर नशे में चूर एक युवक ने रात में पुलिस के आला अधिकारियों को फोन लगा दिया। वह फोन पर ही उनसे अंट-शंट बकने लगा। नशेड़ी ने बिटहा थानाध्यक्ष और पटना के एसएसपी को मोबाइल पर धमकी दी। गालियां और धमकी सुनकर पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मोबाइल लोकेशन पता कर युवक को बिहटा के गांव दोघड़ा से धर दबोचा। युवक की पहचान श्रवण कुमार के रूप में हुई। वह शराब के नशे में चूर था।
शराबी ड्राइवर ने खतरे में डाली बच्चों की जान
दारू के असर वाला दूसरा मामला सोमवार सुबह सामने आया जिसमें बच्चों को स्कूल ले जा रहे वाहन के ड्राइवर को शराब के नशे में गाड़ी चलाते हुए पुलिस ने पकड़ा। आज सुबह वह छात्रों को लेकर संत कैरेंस स्कूल जा रहा था। ड्राइवर के चलाने के अंदाज पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को शक हुआ तथा जवान वाहन के पास पहुंचे। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बच्चों से भरी स्कूल बस के ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। वह नशे में ही गाड़ी चला रहा था। इसके बाद पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया।