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लालू को जेल, BJP-JDU ने कहा जैसी करनी वैसी भरनी, सुप्रीम कोर्ट जाएगी RJD

पटना : चारा घोटाले से जुड़ी सबसे बड़ी 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के मामले में दोषी करार दिए गए बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव को होटवार जेल भेज दिया गया है। उन्‍हें 21 फरवरी को सजा सुनाई जाएगी। वहीं, जेल भेजने के फैसले को लेकर जदयू और भाजपा नेताओं के तरफ से प्रतिक्रिया भी दी गई है।

इसको लेकर बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जो जनता के हितों की अनदेखी करेगा, अदालत उसे सख्त सजा सुनाएगी।

पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अपने राज्य में स्वयं फंसे

वहीं, बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने लालू के जेल जाने वाले फैसले को लेकर कहा कि लालू पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अपने राज्य में स्वयं फंसे हैं। वह बिहार के मुख्यमंत्री थे और जब जांच शुरू हुई तो देश के प्रधानमंत्री भी जनता दल के थे तो जब उनकी सरकार में उनको सजा हुई।इसलिए लालू प्रसाद यादव को अगर जेल हुई है तो यह बिहार के जनता के लिए बहुत बड़ा न्याय है।

इसके साथ भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव का जेल जाना उनकी करनी का फल है। लालू जी! बोया पेड़ बबूल का, आम कहाँ ते होय।

मोदी ने कहा कि इस मामले को हमने ही उजागर किया था। 1996 में पटना हाईकोर्ट की निगरानी में अगर जांच न होती तो ये कभी सामने नहीं आता। तब लालू यादव मुख्यमंत्री थे और वे इस मामले को रफा दफा करने की जुगत में थे। लेकिन उनके खिलाफ जांच हुई और केंद्र की प्रधानमंत्री एचडी देवेगौडा की सरकार के दौर में ही लालू के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल हुआ।कोर्ट का ये फैसलास्वागत योग्य है. जैसी करनी वैसी भरनी।

लालू प्रसाद यादव को न्याय नहीं मिला, उन्हें फंसाया गया

इसके आगे जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि इससे पहले भी चारा घोटाला से संबंधित कई मामलों में लालू यदाव सजायाफ्ता रहे हैं और जेल की सलाखों के पीछे रहे हैं। स्वास्थ्य व अन्य कारणों से अभी बेल पर बाहर है, लेकिन फिर से उन्हें जेल की सलाखों के पीछे जाना होगा।न्यायालय के फैसले का हर किसी को सम्मान करना चाहिए, लेकिन एक बार फिर से उनकी पार्टी के नेता वही पुरानी स्क्रिप्ट कहेंगे कि लालू प्रसाद यादव को न्याय नहीं मिला, उन्हें फंसाया गया है।

इसी क्रम में जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पहले से सजा याफ्ता फिर दोषी करार। भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बनाया है। न्यायपालिका ने फिर गिरफ्त में लिया।उन्होंने कहा कि यह तो चारा घोटाला का मामला है इसके अलावा आईआरसीटीसी घोटाला का मामला भी है और अमाउंट के मामले में वह इससे भी बड़ा घोटाला है। उन्होंने कहा कि लालू यादव दलितों के सशक्तिकरण और अति पिछड़ों के हक के लिए जेल नहीं गए हैं, बल्कि उनकी हकमारी कर संपत्ति अर्जित की है।

वहीं, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि, निचली अदालत का फैसला होगा तो हम हाईकोर्ट जाएंगे हाईकोर्ट का फैसला होगा तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। अंतिम रूप से जब तक न्यायपालिका का आदेश नहीं हो जाता तब तक हमें आशा है कि न्याय मिलेगा ही। देश में सांप्रदायिक एकता के प्रतिक हैं लालू प्रसाद यादव।

इससे अलावा लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव जनता की अदालत में कभी गुनहगार नहीं है। कोर्ट के फैसले का पालन होगा और वो जल्द बरी होंगे।