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जबरन रेल किराया वसूल रही केरल की वामपंथी सरकार कांग्रेस भी मौन

उत्तरप्रदेश : पूरे विश्व में कोरोना वायरस महामारी के तौर पर जगह बना चुका है।भारत में इस वायरस से बचने के लिए लॉक डाउन कानून लागू हैं। केंद्र सरकार द्वारा इस बार लॉक डाउन कानून के तीसरे चरण में कुछ छुट दी गई है।इस छुट के माध्यम से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर, छात्र -छात्राओं को अपने राज्य में आने की अनुमति दी गई है। इस बीच प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का रेलवे किराया देने की घोशणा कांग्रेस सहित सभी दलों ने की थी। लेकिन, केरल से ट्रेन से उत्तर प्रदेश के बाराबंकी पहुंचे मजदूरों ने एक राज कि बात बताई जिससे मजदूरों को घर जाने का किराया देने के इस राजनीतिक होड़ का हकीकत सामने आ गया।

वामपंथी सरकार जबरन वसूल रही रेल किराया

मजदूर ने बताया कि केरल से अपने घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों से केरल की वामपंथी सरकार ने जबरन रेल का किराया वसूला तब उन्हें रेल पर बैठने दिया गया। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार का भी इस मामले में मौन समर्थन रहा। मालूम हो कि केरल के त्रिशूर से आज विशेष ट्रेन के द्वारा करीब 1200 मजदूर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी पहुंचे। इन मजदूरों में राज्य के लगभग सभी जनपदों के मजदूर शामिल है।

9600 मजदूर आ चुके है अपने राज्य

देश के अलग-अलग राज्यों से उत्तर प्रदेश के लगभग 9600 मजदूर बाराबंकी के रास्ते अपने अपने घरों को पहुंच चुके हैं।
अब तक बाराबंकी में कुल आठ ट्रेनों के माध्यम से अलग-अलग राज्यों में मजदूरी करने वाले मजदूर आ चुके है।
ट्रेन में अब तक 1200 मजदूर और उनके परिजन आ चुके हैं।

जिलाधिकारी ने खुद संभाला मोर्चा

जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान के नेतृत्व में मुख्य चिकित्साधिकारी और चिकित्सकों की टीम इन लोगों को परीक्षण करने के उपरांत बसों में बैठाकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का कार्य बखूबी कर रही है।

960 रुपए लिया गया रेल किराया

वहीं एक मजदूर ने यह भी बताया कि काम ना होने के कारण वह केरल में रह रहे थे, लेकिन आसपास के लोग उन पर लगातार दबाव बना रहे थे कि आप अपने प्रदेश में जाएं।उसने
बताया कि केरल के त्रिशूर से उनको बाराबंकी पहुंचने में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई, उन्हें भोजन इत्यादि समय समय पर उपलब्ध कराया जाता रहा।लेकिन उनसे जब पूछा गया कि क्या केरल से यहां तक आने में उनसे किसी प्रकार का यात्रा शुल्क लिया गया तो, उन्होंने बताया कि ₹960 रुपए उनसे त्रिशूर में ही स्थानीय स्तर पर प्राप्त कर लिया गया उसके बाद उन्हें ट्रेन में बैठने की अनुमति दी गई।

मजदूरों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को मजदूरों ने धन्यवाद कहा , और कहा कि हमें अपने गृह जनपद पहुंचाने के लिए उनका विशेष आभार है। उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक तंत्र को मजदूरों ने सराहते हुए कहा कि, हर स्तर पर प्रशासन उनकी मदद कर रहा है।