इंद्रेश ने पूछा, कैसे बदल सकती है राम जन्मभूमि? काबा व वेटिकन क्यों नहीं बदले?
पटना/नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि मामले पर आज से फिर शुरू हो रही सुनवाई के ठीक पहले आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने सवाल किया कि जब काबा, वेटिकन सिटी और हरमंदिर साहब को नहीं बदला जा सकता तो फिर राम जन्मभूमि का स्थान कैसे बदला जा सकता है? सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले पर आज से अंतिम सुनवाई शुरू हो रही है। सुनवाई से ठीक पहले इंद्रेश कुमार का बयान आया कि राम जन्मस्थान भी बदला नहीं जा सकता। यह एक सत्य है।
मालूम हो कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में अब सुप्रीम कोर्ट की नई बेंच सुनवाई करेगी। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में शुरुआती सुनवाई 29 अक्टूबर को होगी और उस दिन ही नियमित सुनवाई की तारीख तय होगी। चीफ जस्टिर रंजन गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस के एम जोसेफ की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी।
इससे पहले तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एम खानविलकर और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की बेंच ने 2:1 के बहुमत से फैसला दिया था कि 1994 के संविधान पीठ के फैसले पर पुनर्विचार की जरूरत नहीं है जिसमें कहा गया था कि मस्जिद में नमाज पढना इस्लाम का अभिन्न हिस्सा नहीं है। इसके साथ ही बेंच ने कहा था कि 1994 का इस्माइल फारुखी फैसला सिर्फ जमीन अधिग्रहण को लेकर था। संविधान पीठ ने कहा था कि जमीनी विवाद से इसका लेना देना नहीं इसलिए सिविल मामले की सुनवाई होगी। हालांकि जस्टिस नजीर ने इससे असहमति जताते हुए कहा था कि संविधान पीठ के फैसले पर पुनर्विचार हो। जस्टिस मिश्रा रिटायर हो चुके हैं और मामले को लेकर यह नई पीठ बनाई गई है।