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आर्थिक तंगी और कर्ज के सागर में डूबी पाँच ज़िंदगियाँ

समस्तीपुर : महंगाई के इस दौर में किसकी हालत खस्ता नहीं हैं, लेकिन बात तब बड़ी हो जाती है जब एक ही परिवार के पांच लोग आर्थिक तंगी से मजबूर हो कर फॉंसी लगा लें। इस वक्त की एक बड़ी खबर जिले समस्तीपुर के विद्यापतिनगर थाना के मऊ गांव से आ रही है। जहां, एक ही परिवार के पांच लोगों ने फंदे से लटक कर जान दे दी। फंदे से लटका शव मिलने के इलाके में सनसनी फैल गई है और घटनास्थल पर देखते ही देखते लोगों का भारी भीड़ जमा हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है।

आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार

लोगों से मिली जानकारी में बताया गया कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। परिवार का मुखिया मृतक मनोज झा काफी गरीब था और मऊ बाजार में खैनी की दुकान चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता था। आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए मनोज की पत्नी सुन्दरमणि देवी ने स्वयं सहायता समूह से कर्ज ले लिया था। लेकिन, काफी कोशिश के बाद भी कर्ज की नहीं चुका पा रही थी। कर्ज को चुकाने को लेकर स्वयं सहायता समूह के लोग द्वारा उस पर दवाब बनाये जा रहे थे।

दरवाजा नहीं खुला, खिड़की से झांककर लोग रह गए दंग

जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह स्वयं सहायता समूह की कुछ महिलाएं मनोज के घर पहुंची थी। काफी देर आवाज लगाने और दरवाजा खटखटाने के बावजूद घर का दरवाजा नहीं खुला। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। ग्रामीणों द्वारा आवाज देने के बावजूद जब दरवाजा नहीं खुला तो लोगों ने खिड़की से अंदर झांककर देखा तो अंदर का नजारा देखकर दंग रह गए। घर के मुखिया मनोज कुमार झा, पत्नी सुन्दरमणि देवी, बेटा शिवम, सत्यम कुमार और मां सीता देवी पाँचों का शव फंदे से लटका रहा था।

कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही पुलिस

घटना की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस की टीम घटनास्थल पर पूरी तरह से घेराबंदी कर दी और ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है। एफएसल टीम को यहां भी बुलाया गया है। दलसिंहसराय के डीएसपी दिनेश पांडेय ने बताया कि पुलिस कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। यह सामूहिक आत्‍महत्‍या है या हत्‍या के बाद आत्‍महत्‍या, या फिर सामूहिक हत्‍या, इसपर से पर्दा तो जांच के बाद ही हटेगा; लेकिन फिलहाल इसके पीछे आर्थिक तंगी व कर्ज को कारण सामूहिक आत्‍महत्‍या माना जा रहा है। अभी तक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आ पाया है।