नवादा : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भारतीय जनता पार्टी झारखंड के नेता विधायक दल व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मराण्डी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और आपके कुशल प्रबन्धन में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय जनोपयोगी योजनाओं के क्रियान्वयन में जनाकांक्षाओं के अनुरूप अपने लक्ष्यों को पाने में सफल सिद्ध हुई है। आपके अधीनस्थ मंत्रालय से सम्बन्धित एक महत्वपूर्ण विषय, जो झारखंड राज्य और आंशिक रूप से बिहार राज्य से सम्बन्धित है, की ओर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूँ।
आप अवगत होंगे कि गया से हिसुआ राजगीर होते हुए बिहारशरीफ जानेवाली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-82) का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसी राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-82) में स्थित हिसुआ से नवादा (बिहार)-सतगावाँ (जिला-कोडरमा)-गावाँ-तिसरी-चतरो (जिला गिरिडीह) होते हुए चकाई (बिहार) तक लगभग 138 किलोमीटर पी.डब्लू.डी. मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग में उन्नयन करते हुए चकाई (NH-114 A) में जोड़ना बहुत जनोपयोगी एवं बहुआयामी विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
चूंकि चकाई (NH-114A) देवघर-बासुकीनाथ-दुमका- रामपुरहाट (पश्चिम बंगाल) मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग में उन्नयन की स्वीकृति मिल चुकी है एवं निविदा प्रक्रिया भी सम्पादित हो गई है। यदि उपरोक्त वर्णित पी.डब्लू.डी. मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग में उन्नयन कर दिया जाता है तो यह राष्ट्रीय राजमार्ग पर्यटन / तीर्थ परिपथ (सर्किट) के रुप में विकसित हो जाएगा।इससे एक बड़े ग्रामीण भूभाग के लोगों को आवागमन की सुगम सुविधा मिलेगी साथ ही कृषि/ ग्रामीण उत्पादों को एक विस्तृत बाजार मिलेगा।
व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी और निश्चित रूप से रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। इस क्षेत्र में श्रमिकों-कृषकों को रोजगार की तलाश में अन्यत्र पलायन नहीं करना पड़ेगा जोकि झारखंड प्रदेश की एक विकट समस्या है।
उपरोक्त वर्णित मार्ग के निर्माण से बौद्ध, जैन व शैव मतालंबियों को तीर्थ स्थलों तक पहुंचने के लिए एक सुलभ आवागमन की सुविधा मिल सकेगी और पर्यटन/तीर्थ स्थलों का और विकास संभव हो सकेगा। प्रत्येक वर्ष लाखो पर्यटक/तीर्थ यात्री बोध गया, राजगीर, देवघर, वासुकीनाथ एवं तारापीठ दर्शन-पूजा करने एवं घुमने आते हैं। इससे यात्रियों/पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी से आर्थिक गतिविधियों बढ़ेगी और साथ ही प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से आस पास के ग्रामीणों को रोजगार का अवसर मिल सकेगा।
अतएव आपसे आग्रह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-82 में हिसुआ से नवादा (बिहार)- सतगावाँ (जिला-कोडरमा) गाव-तिसरी-चतरो (जिला-गिरिडीह) होते हुए चकाई (बिहार) तक लगभग 138 किलोमीटर पी.डब्लू.डी. मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग में उन्नयन करते हुए चकाई (NH-114 A) जोड़ने की स्वीकृति दी जाए ताकि एक बड़े ग्रामीण ईलाके को इसका बहुउद्देशीय लाभ मिल सकेगा। बता दें मरांडी पूर्व में झारखंड राज्य कोडरमा के सांसद रह चुके हैं। इससे बिहार- झारखंड की समस्या व बेरोजगारी से वे भलिभांति अवगत हैं।