डेढ़ गुना छात्रों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन एवं 2019 के बाद के EWS सर्टिफिकेट को स्वीकार करने की मांग को लेकर रेल मंत्री से मिले सुमो
पटना : राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से रेल भवन में मुलाकात कर मांग की है कि रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की परीक्षार्थियों हेतु मेडिकल स्टैंडर्ड 2019 का ही बराबर रखा जाए, रिक्तियों की डेढ़ गुना संख्या में परीक्षार्थियों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हेतु बुलाया जाए तथा 2019 के बाद निर्गत EWS सर्टिफिकेट को भी स्वीकार किया जाए।
मोदी ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि 7 वर्गों में मेडिकल स्टैंडर्ड को 3 वर्ष के बाद अचानक 2022 में बदल दिया गया। उसी प्रकार 2019 में डेढ़ गुणा छात्रों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन बुलाए जाने का प्रावधान को अचानक बदल कर 3 वर्ष बाद रिक्त पदों के बराबर कर दिया। EWS सर्टिफिकेट प्राप्त करने में 2019 में छात्रों को कठिनाई हो रही थी। क्योंकि उस समय EWS लागू हुआ था और पदाधिकारियों को EWS निर्गत करने के बारे में स्पष्टता नहीं थी।
मंत्री ने आश्वस्त किया कि NTPC में एक छात्र एक रिजल्ट तथा ग्रुप डी में दो के बजाय एक परीक्षा एवं उपरोक्त तीन मांगों का सरकार अवश्य समाधान करेगी और किसी भी कीमत पर छात्रों का अहित नहीं होगा, छात्रों की मांगों के अनुरूप समाधान किया जाएगा।