जब यूपी चुनाव में लोजपा के सभी और जदयू के 16 में से 12 उम्मीदवारों की हो गई थी जमानत जब्त
पटना : यूपी चुनाव में भाजपा से गठबंधन नहीं होने को लेकर जदयू नेता भाजपा नेतृत्व और आरसीपी सिंह को कोस रहे हैं। वहीं, बीते दिन जदयू ने उन सीटों की सूची जारी की है, जहां से वे चुनाव लड़ेंगे, इसके अलावा लोजपा ने भी कल उम्मीदवारों की सूची जारी की है।
इन दोनों दलों द्वारा प्रत्याशी उतारे जाने पर सुशील मोदी ने अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में 403 सदस्यीय यूपी विधानसभा के चुनाव में बिहार के किसी प्रमुख दल ने प्रत्याशी नहीं उतारे थे। बिहार के तीन दलों ने 2007 में जब यूपी का चुनाव लड़ा, तब लोजपा के सभी 72 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई । राजद केवल एक सीट पर जमानत बचा पाया था। जद-यू 16 में से केवल 1 सीट पर जीता था, जबकि उसके 12 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
वहीं, सुमो ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और राजद की हालत इतनी दयनीय है कि प्रियंका गाँधी खुद को सीएम फेस बताने के दूसरे ही दिन पलट गईं। जो लालू प्रसाद 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की सफलता पर इतरा रहे थे और पूरे देश में भाजपा को रोकने के लिए निकलने वाले थे, उनकी पार्टी यूपी में इस बार एक सीट पर भी लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पायी। उत्तर प्रदेश में सबका साथ-सबका विकास करने वाली भाजपा की शानदार वापसी तय है।