पटना : हमारी पिछली पीढ़ी व हमारी वर्तमान पीढ़ी ने बहुतों पेड़ काटे हैं। अब उस गलती की भरपाई की जिम्मेदारी भावी पीढ़ी पर है। अगर इस पीढ़ी ने यह जिम्मेदारी नहीं निभाई, तो उनकी अगली पीढ़ी को यह काम करना होगा। इससे बच नहीं सकते। इसका कोई विकल्प नहीं है। उक्त बातें कर्नल अक्षय यादव ने कहीं। वे रविवार को प्रकृति मित्र द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कर्नल यादव ने प्रकृति मित्र के साथियों द्वारा पौधरोपण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि इन प्रयासों से कंक्रीट के जंगल में हरियाली खिलेगी।
पर्यावरण संरक्षण को समर्पित संस्था ‘प्रकृति मित्र’ द्वारा बिहार के विभिन्न स्थानों में जल संरक्षण, पौधरोपण, पुराने वृक्षों की सुरक्षा, टेरेस गार्डन को प्रोत्साहन, आॅर्गेनिक खेती आदि के क्षेत्र में कार्य करने वाले एक दर्जन प्रकृति प्रेमियों को पौधा, शॉल, प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में बिहार पुलिए अकादमी, राजगीर के उपनिदेशक डीआईजी प्राणतोष कुमार दास, डॉ. प्रणय प्रियवंद, संजीव कुमार यादव, मनोरंजन सहाय, संजीव कुमार झा, देवोप्रिया दत्ता शामिल हैं।
सम्मान पाने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए प्राणतोष कुमार दास ने कहा कि इस समारोह में एनसीसी कैडेट्स की उपस्थिति यह बताती है कि आज के युवा पर्यावरण संरक्षण को लेकर संवदेनशील हैं। उन्होंने युवाओं को प्रण दिलाया कि प्रदेश भर में एनसीसी कैडेट्स की मदद से एक लाख पौधे लगाए जाएंगे।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रकृति मित्र के संयोजक डॉ. शंभु कुमार सिंह ने कहा कि जिन विभूतियों को आज सम्मानित किया गया है, उनके कार्यों के मुकाबले यह सम्मान छोटा है। डॉ. सिंह ने प्रकृति मित्र द्वारा प्रदेश भर में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा साझा की। मंच संचालन श्वेता सुरभि ने और धन्यवाद ज्ञापन जयप्रकाश शर्मा ने किया।