बिहार में हर महीने हो रहे 500 से अधिक बलात्कार, आरसीपी मॉडल से कमजोर हुआ संगठन…
19 सितम्बर दोपहर 2 बजे तक की ख़बरें
बिहार में हर महीने 500 से अधिक बलात्कार हो रहे- तेजस्वी
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर बड़ा निशाना साधते हुए उनके शासनकाल को ‘राक्षस राज’ बता दिया है. बिहार में महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार की घटना को लेकर तेजस्वी यादव ने जो आंकड़ा पेश किया है, वो काफी भयावह और डरावना है.
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि “बिहार में हर महीने 500 से अधिक बलात्कार हो रहे हैं.” यानी की तेजस्वी के मुताबिक “बिहार में रोज औसतन 16 लड़कियों और महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं.” उन्होंने कहा कि तीसरे नंबर की पार्टी जेडीयू के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही एनडीए सरकार में नाबालिग बच्चियों, बहनों और महिलाओं के साथ लगातार बर्बर अपराध बढ़ते जा रहे है और सरकार मौन है.”
पार्टी से निकाले गए जेडीयू नेता और फिजियोथैरेपिस्ट राजीव सिंह
जेडीयू के नेता और फिजियोथैरेपिस्ट राजीव सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया है। जनता दल यूनाइटेड में डॉक्टर साहब की उड़ान को लगाम देते हुए उपाध्यक्ष पद से उनकी छुट्टी कर दी है. जिम ट्रेनर को गोली मारे जाने की घटना के बाद डॉ राजीव सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह का नाम जिस तरह सामने आया और पुलिस ने शनिवार को दिन भर जिस तरह उन दोनों से पूछताछ की. उसके बाद फजीहत को देखते हुए जनता दल यूनाइटेड के चिकित्सा प्रकोष्ठ ने उन्हें उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है.
इस मामले में तेजस्वी व मीसा की मुश्किलें बढ़ी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी बड़ी बहन राज्यसभा सांसद मीसा भारती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इन दोनों के खिलाफ पैसे लेकर टिकट नहीं देने के आरोप को लेकर केस दर्ज करने का निर्देश कोर्ट ने दिया है. इस मामले में बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश का नाम भी शामिल है. पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विजय किशोर सिंह की अदालत ने इन सभी के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है.
आरसीपी मॉडल से कमजोर हुआ संगठन
जनता दल यूनाइटेड में आरसीपी सिंह का संगठन वाला मॉडल लागू हुआ तो अलग-अलग प्रकोष्ठ बन गए। जिसे नए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने खारिज कर दिया है। उनका साफ मानना है कि उसकी वजह से पार्टी संगठन कमजोर हुआ। हर जिले में लगभग दो से तीन सौ पार्टी पदाधिकारी हो गए। जो मूल इकाई से लेकर प्रकोष्ठ तक के पदाधिकारी थे लेकिन अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के बाद ललन सिंह ने इसमें बड़ा बदलाव कर दिया हैं। दरअसल ललन सिंह ने जब संगठन की समीक्षा शुरू की तो उन्होंने बताया कि अलग-अलग प्रकोष्ठ के जरिए संगठन को चलाने का फैसला सही नहीं था। इस फैसले के कारण में पार्टी में संगठन की धार कुंद हो गई लिहाजा अब प्रकोष्ठ की भूमिका सीमित कर दी गई है।
पुलिसिया कार्रवाई में नपे मुखिया
बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. इधर औरंगाबाद जिले में 3 मुखिया प्रत्याशियों द्वारा लोगों के लिए पूड़ी-बुंदिया और मछली पार्टी का आयोजन किया गया था लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनके रंग में भंग डाल दिया. पुलिस की इस कार्रवाई में 3 पंचायत के मुखिया प्रत्याशी नप गए हैं.
संगठन को मजबूत करने रांची पहुंचे तेजस्वी यादव
रांची में RJD का कार्यकर्ता सम्मलेन, संगठन को मजबूत करने पहुंचे तेजस्वी यादव । इसके पहले झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से तेजस्वी यादव ने मुलाकात की। तेजस्वी ने कहा बिहार के साथ-साथ झारखण्ड में भी राजद के मजबूत आधार है। संगठन को मजबूत कर आम आवाम को पार्टी से जोड़ा जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ की उपाध्यक्ष चुनी गई पुतुल सिंह
बांका की पूर्व सांसद पुतुल सिंह भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ की उपाध्यक्ष चुनी गई हैं. इसके अलावा, कुमार त्रिपुरारी को संघ का मानद सचिव मनोनीत किया गया है. पुतुल सिंह के चयन से बांका समेत बिहार के लोगों में खुशी का माहौल है.
बिहार की राजधानी पटना पर साइबर अपराधियों की नजर
एटीएम फ्रॉड मामले को लेकर साइबर अपराधियों की नजर बिहार की राजधानी पटना पर है. 2020 के एनसीआरबी रिकॉर्ड के अनुसार मेट्रोपॉलिटन सिटी मुंबई और हैदराबाद के बाद एटीएम की धोखाधड़ी में पटना देश भर में तीसरे स्थान पर है. पटना पुलिस भी मानती है कि यहां एटीएम फ्रॉड के मामले ज्यादा सामने आए हैं लेकिन अधिकारियों का दावा है की अब धीरे-धीरे पुलिस रणनीति के तहत लोगों को अवेयर कर इस पर निजात पाने की कोशिश में जुटी है. दरअसल पिछले कई सालों से साइबर क्रिमिनल्स पटना को सॉफ्ट टारगेट के रूप में यूज करते रहे हैं. एटीएम की धोखाधड़ी को लेकर तरह-तरह के तरीके अपनाकर साइबर क्रिमिनल्स लोगों को लगातार चूना लगा रहे हैं. इस बात का खुलासा 2020 में जारी एनसीआरबी की रिपोर्ट में भी हुआ है. एनसीआरबी की रिपोर्ट की माने तो 2020 में मुम्बई में एटीएम फ़्रॉड के 196 और हैदराबाद में 96 मामले आए जबकि राजधानी पटना में इस तरह के 86 मामले आईटी एक्ट के तहत दर्ज किए गए. जाहिर सी बात है देश भर में पटना का तीसरे नंबर पर होना कई सवाल खड़े करता है.