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ए एन कॉलेज में हुआ “कोऑपरेटिव फेडरेलिज्म इन इंडिया” पुस्तक का विमोचन

पटना : ए एन कॉलेज पटना के सभागार में जय प्रकाश यूनिवर्सिटी छपरा में राजनीति विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो० सरोज कुमार वर्मा द्वारा संपादित पुस्तक “कोऑपरेटिव फेडरेलिज्म इन इंडिया: मिथ एंड रियलिटी” शीर्षक पुस्तक का विमोचन किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० रंजीत कुमार वर्मा ने कहा कि सहकारिता से समाज और संस्थान का विकास संभव है।

गुजरात के आनंद में सहकारिता की सफलता से श्वेत क्रांति की शुरुआत हुई जो कालांतर में दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी प्रोग्राम सिद्ध हुआ। कोविड के दौरान भी यह देखा गया की जिन क्षेत्रों में सहकारिता थी वहां इस महामारी का असर कम रहा। प्रो० वर्मा ने कहा की यह पुस्तक शोध के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो० कामेश्वर झा ने कहा कि हालांकि सहकारी शब्द की चर्चा संविधान में उद्धृत नहीं है अपितु इसके बदले यूनियन शब्द का प्रयोग किया गया।

बलवंत राय मेहता कमिटी की अनुशंसा के अनुसार पंचायती राज तथा सहकारी क्षेत्र में किए गए प्रयासों को बल मिला परंतु यह पूर्णतया सफल नहीं हो पाया। पुस्तक के संपादक प्रोफेसर सरोज कुमार वर्मा ने विमोचन कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित कराने के लिए प्रोफेसर एसपी शाही को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पुस्तक सहकारी संघवाद के पक्ष एवं विपक्ष में भारत के कई महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयों के लब्ध प्रतिष्ठित विद्वानों के लेख का संकलन है जो कि ना सिर्फ सहकारी संघवाद के विषय पर प्रकाश डालती है अपितु भविष्य के शोधार्थियों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

अतिथियों का स्वागत करते हुए ए एन कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर एस पी शाही ने कहा कि 1956 में स्थापित यह महाविद्यालय लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। कोरोना संक्रमण के समय में भी महाविद्यालय ने छात्रों एवं शिक्षकों के लिए अध्यापन समेत कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम संचालित किए। उन्होंने कहा कि सहकारी संघवाद एक ऐसी अवधारणा है, जिसमें केन्द्र और राज्य एक संबंध स्थापित करते हुए एक दूसरे के सहयोग से अपनी समस्याओं का समाधान करते हैं।

कार्यक्रम को मगध विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर घनश्याम नारायण सिंह ने भी संबोधित किया उन्होंने कहा कि सहकारिता एक हकीकत है और आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम आएंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ रत्ना अमृत ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय कुमार ने किया। इस अवसर पर आरकेडी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ इंद्रजीत प्रसाद रॉय, आईआईपीए बिहार चैप्टर के डॉक्टर आरके वर्मा, डॉक्टर शबनम ठाकुर, डॉ विनोद झा डॉक्टर शबाना करीम समेत महाविद्यालय के कई अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।