42 माह की अवधि में तैयार होगा पटना में गंगा नदी पर गांधी सेतु के समानांतर पुल
पटना : बिहार के पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पुल का निर्माण कार्य अगले माह प्राम्भ करने का निर्देश दिया है। पांडेय आज गायघाट स्थित परियोजना स्थल पर 14.50 किमी लंबे 4 लेन पुल परियोजना की समीक्षा बैठक की। पांडेय ने कहा कि समय पर काम शुरू कर ही निर्धारित 42 माह की अवधि में इसका निर्माण कार्य पूरा कर सकेंगे।
14.50 किमी लम्बे इस 4 लेन पुल के निर्माण पर 1794.37 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। इसमें आठ लेन का फ्लाईओवर,1565 मीटर लंबा 4 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर, 9 बॉक्स कलवर्ट पुलिया, 12 मीटर स्पेन के तीन और 24 मीटर स्पेन के एक अंडरपास बनेगा।
23 पाया होगा जिसमें दो पायों के बीच की दूरी लगभग 242 मीटर की होगी।नए पुल के साथ 8 लेन का एप्रोच रोड भी होगा जो पटना के जीरो माइल से शुरू होकर हाजीपुर( वैशाली ) के बीएसएनएल चौक तक जाएगा। प्रस्तावित पुल परियोजना एवम उसका एप्रोच रोड पटना के अलावा सारण और वैशाली जिले के अंतर्गत पड़ता है। पुल का निर्माण कार्य साढ़े तीन वर्ष के भीतर पूरा कर लेने का लक्ष्य है। निर्माण के बाद अगले दस वर्षों तक पुल के रख-रखाव की जिम्म्मेवारी संबंधित संवेदक की होगी।
समीक्षा बैठक के बाद पांडेय ने परियोजना स्थल का निरीक्षण करते हुए पत्रकारों को बताया कि गांधी सेतु के समानांतर बनने वाला यह पुल प्रधान मंत्री पैकेज का हिस्सा है। विधान सभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था।
पांडेय ने कहा कि सड़क-पुल आवागमन के सिर्फ साधन ही नहीं बल्कि विकास का आईना होते हैं यह न केवल आवागमन को सहज और सरल बनाता है, बल्कि सुदूर इलाकों में बसे लोगों के हितों को भी जोड़ता है। इस पुल के बनने से गंगा नदी के उत्तर और दक्षिण स्थित जिलों को उद्योग, पयर्टन, व्यापार और वाणिज्य को बेहतर परिवहन और कनेक्टिविटी के साथ महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।
बैठक में क्षेत्रीय विधायक एवम पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव, महापौर सीता साहू, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के अलावा विभिन्न स्तर के विभागीय पदाधिकारी शामिल हुए।