विवादित ढांचे फैसले पर बोले सुमो: मैं चश्मदीद, नहीं था कोई षड्यंत्र
पटना: 28 वर्ष पुराने बाबरी विध्वंस मामले में फैसला सुनाते हुए आज विशेष न्यायाधीश ने इस मामले में सभी 32 अभियुक्तों को बरी कर दिया है। न्यायाधीश ने 28 वर्ष पुराने मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं है कि 28 वर्ष पूर्व जो विध्वंस हुआ था वह सुनियोजित तरीके से किया गया था।
कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस मामले का मैं चश्मदीद गवाह रहा हूं। वहां पर जो मंच बना था, उसका मैं संचालन कर रहा था। कोई पूर्व सुनियोजित षडयंत्र नहीं था। वहां पर उपस्थित जो भीड़ थी उसने आवेश में आकर पूरी घटना को अंजाम दिया।
सुशील मोदी के अनुसार मंच पर से आडवाणी जी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया, मगर भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी। पूरी धटना से आडवाणी जी सहित वहां उपस्थित तमाम नेता काफी दुखी थे। कोर्ट ने आज इस पर अपनी मुहर लगा दी है। कोर्ट का फैसला स्वीकार और स्वागतयोग्य है।