बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के 5 दिन बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कौन सा दल किनके साथ और कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस बीच आज महागठबंधन के सहयोगी रहे उपेंद्र कुशवाहा अलग होकर बसपा के साथ गठबंधन कर नया मोर्चा बना लिया है। महागठबंधन के अंदर प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल जारी होने के कारण राजद व कांग्रेस के बीच सीटें को लेकर खींचतान जारी है।
इस बीच राजद नेता व राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा कि कांग्रेस बहुत लंबा वक्त ले रही है, फर्स्ट फेज का नॉमिनेशन शुरू होने वाला है, ऐसे में कांग्रेस से अपील है कि वो 24 घंटे में हमें अपना फैसला बताए। ऐसा न हो कि हठधर्मिता के कारण गठबंधन को नुकसान हो। हठधर्मिता के कारण बिहार के लोग जिस बदलाव का इन्तजार कर रहे हैं, उसका नुकसान न हो जाए।
मनोज झा ने कहा कि ये लड़ाई एक-दो सीट की लड़ाई नहीं है, बल्कि ये लड़ाई है सरकार बदलने की और देश को बचाने की। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में किसान से लेकर हर वर्ग के लोगों की हालत बहुत बुरी है, इसलिए भाजपा व जदयू गठबंधन, जो कि जनविरोधी है उसे उखाड़ने के उद्देश्य से काम करना होगा।
मालूम हो कि इससे पहले राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा था कि कांग्रेस को विधानसभा की 60 सीटों पर चुनाव लड़ना है तो लड़े, इसके साथ ही वाल्मीकिनगर लोकसभा की सीट उन्हें दी जाएगी। अगर इतना मंजूर है तो ठीक वरना अपना दूसरा रास्ता तलाशें।