पटना: चुनावी वर्ष में पक्ष व विपक्ष के नेताओं के बीच ज़ुबानी जंग काफी तेज हो गई है। इससे क्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि लाउडस्पीकर सिर्फ जोर-जोर बोलता-बजता है। न तो उसके दिमाग होते हैं और न ही आंख और कान। सिर्फ बड़ा-सा मुंह होता है। बिहार के विपक्षी कुनबे में शामिल एक दल के युवा नेता की स्थिति भी लाउडस्पीकर की तरह ही है।
अरविन्द सिंह ने कहा कि विपक्ष के युवा नेता न तो दिमाग से काम लेते हैं, न देखते हैं और न ही किसी का सुनते हैं। जो मन में आता है अनाप-शनाप बोलते रहते हैं। बेरोजगारी की बात फिर कर रहे हैं। बेरोजगारी यात्रा में क्या हुआ, इतनी जल्दी भूल गए? जानकारी नहीं है, तो पार्टी के बुढ़े-बुजुर्गों से पूछें कि 15 वर्षों के शासनकाल में एनडीए सरकार ने जितनी नौकरियां दीं।
पहले किसी सरकार ने इतनी नौकरियां दीं क्या? 15 साल पहले स्कूलों में न शिक्षक होते थे और न ही अस्पतालों में नर्स और डॉक्टर। मरीजों के बेड पर कुत्ते सोते थे। आज स्कूलों में शिक्षक भी हैं छात्र भी। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर भी हैं और इलाज के लिए मरीज़ भी आते हैं। रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता है।
अरविन्द सिंह ने काका कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग में 641 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही 3 अस्थायी पदों के सृजन की स्वीकृति मिली है। विपक्ष के युवा नेता ये सब देखें और समझें, फिर बोलें। वैसे भी इनकी बातों को जनता मनोरंजन के लिए ही सुनती है।