लड़ाई लालूवाद बनाम विकासवाद की है
पटना : बिहार जन संवाद को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गरीबों-श्रमिकों के लिए आंसू बहाने वाले लोगों को जब 15 साल मौका मिला तो गरीबों के पशुओं का चारा भी खा गए। रेलवे में नौकरी दिलवाने के एवज में गरीब की जमीन लिखवा लिया। बीपीएल कार्डधारी ललन चैधरी से मकान गिफ्ट करवा लिया। बिहार के श्रमिक गरीब जरूर है परन्तु भीख नहीं मांगता हैं,चोर-अपराधी नहीं है,खून-पसीना बहाकर पैसा कमाता है, परंतु 15 साल वाले ने बिना मेहनत किए अरबपति बन गए। बीएमडब्ल्यू गाड़ी में चलते हैं, चार्टर प्लेन में हवा में जन्मदिन मनाते हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि विपक्ष कह रहा है कि उसका सिद्धांत लालूवाद है, वहीं एनडीए का सिद्धांत विकासवाद है। लालूवाद प्रतीक है अपहरण, पलायन, नरसंहार, अंधेरा, चरवाहा विद्यालय, अराजकता, घोटाला और भ्रष्टाचार का। दरअसल यह लड़ाई लालूवाद बनाम विकासवाद की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन्होंने समय रहते लाॅकडाउन घोषित कर भारत के लाखों लोगों की जान बचा ली अन्यथा अमेरिका, स्पेन, यूके, इटली के समान लाखों लोग मर जाते। विपक्ष रूदाली कर रहा है मगर यह नमो की सरकार ही है जिसने अगर अमेरिका सहित 50 देशों के लोगों की जान बचाने के लिए मुफ्त क्यू. क्लोरीक्वीन की करोड़ों गोली पहुंचाना जानती है तो बिहार के 8 करोड़ 76 लाख लोगों तक मुफ्त 15 किलो चावल और 3 किलो अरहर की दाल पहुंचाना भी जानती है जिसकी कीमत 6024 करोड़ है।
केन्द्र और बिहार सरकार ने गरीबों को 20,323 करोड़ की मदद की है। हर गरीब के खाते में 4-4 हजार रुपये भेज दिया गया है। विपक्ष 300 ट्रेन और 3 हजार बसों के इन्तजाम का नाटक कर रहा था मगर नरेन्द्र मोदी की सरकार ने 1500 से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलवा कर 21 लाख मजदूरों को मुफ्त में उनके घर भेजवा दिया।
अन्त में सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना भागेगा, विकास जीतेगा। वर्चुअल रैली के डर से विपक्ष थाली बजा रहा है जब रीयल कंपैन चालू होगा तो गाल बजाने लगेगा।