पटना : देश में जैसे -जैसे होली का दिन नजदीक आ रहा है और लोगो पर होली का रंग चढ़ रहा है ठीक उसी तरह बिहार के राजनैतिक गलियारों में भी इस साल होने वाले चुनाव को लेकर सब राजनीतक पार्टी में भी चुनाव का रंग चढ़ रहा है। इस राजनीतक रंग में अगर कोई सबसे ज्यादा सरोबर हुआ है तो वह है बिहार की सबसे बड़ी दो राजनितिक पार्टी कहलाने वाली राजद और जदयू। इन दोनों के मध्य रंग की होली नहीं बल्कि पोस्टर वार की होली खेली जा रही है। यह खेल दोनों के बिच लगभग पिछले 2 से 3 महीनों से लगातार खेल जा रही है।
इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले है बिहार विद्यानसभा चुनाव
जदयू के द्वारा पोस्टर वार में एक कड़ी और जोड़ दी गयी। जदयू द्वारा एक नया पोस्टर जारी किया गया इसके केंद्र में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद हैं। इसके अलावा इस पोस्टर में एक और भाग भी है जिसमे में बिहार के नक्शे पर जनता है । इस पोस्टर पर लिखा है- ‘बिहार मांगे विशेष राज्य का दर्जा। इसके बाद इसमें लालू प्रसाद को जेल में बिछावन पर लेटे दिखाया गया है। साथ ही साथ लालू के बगल में मो. शहाबुद्दीन और राजबल्लभ यादव खड़े हैं। जिसके बाद इनकी परिवार मांगे ‘ विशेष कैदी का दर्जा । गौरतलब है कि बिहार विद्यानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले है। जदयू का इस तरह से राजद से पोस्टर वॉर की लड़ाई अपने आप में एक नया ट्रेंड पकड़ा हुआ है जिस पोस्टर के जरिये जदयू लालू यादव के शासन काल के 15 साल की याद दिलाने की कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ राजद द्वारा लगाए जा रहे पोस्टर में नीतीश कुमार की सरकार पर घोटालों के आरोप लगाए जाते हैं। इसके साथ ही अपराध और बिहार के विशेष राज्य का दर्जा के मुद्दे को भी उठाया जा रहा है।
राजद को कितना काम आएगा तेजस्वी यादव का बेरोजगारी यात्रा
जदयू को बिहार की जनता को बेरोजगार करने वाली पार्टी बोल तेजस्वी यादव बेरोजगारी यात्रा पर निकल अपनी पार्टी का प्रचार -प्रसार कर रहे है। जिस पर जदयू राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने तंज कसते हुए जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा की लालू राबड़ी परिवार द्वारा बिहार में बेरोजगारी को बढ़ाने का काम किया है और अब उसी के पाप को कम करने का काम कर रही है। इन पोस्टर वार और यात्रा से किस पार्टी को कितना बहुमत मिलती है और बिहार कि जनता को कितना लुभा पाती है यह तो आने वाल चुनाव और उसका परिणाम ही बताएगा।