हैलो…मैं नरेंद्र मोदी.. इतना सुनते ही खिल उठी नर्स! सर हम कोरोना को धूल चटा देंगे

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नयी दिल्ली : पहले जनता कर्फ्यू, फिर लाखों करोड़ के पैकेज का ऐलान, और अब कोरोना पर देश तथा राज्यों की दिन-रात मॉनिटरिंग के बीच इस खतरना वायरस से जंग कर रहे योद्धाओं को सीधे फोन कर उनका मनोबल बढ़ाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को कोरोना के कोहराम से बचाने के लिए एक सेनापति की तरह डटे हुए हैं। देश में कोरोना से जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों की हौसला अफजाई के लिए आज शनिवार को उन्होंने एक नया प्रयोग किया और खुद उनके निजी मोबाइल पर बात कर उनसे फीडबैक प्राप्त किया।

कोरोना के खिलाफ फ्रंटफुट पर प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने इस नए प्रयोग के तहत देशभर के अस्पतालों के उन स्वास्थयकर्मियों को खुद फोन करने और उनसे बात कर उनका मनोबल उंचा करने का निर्णय लिया है जो अथक रूप से कोरोना के खिलाफ मैदान—ए—जंग में लड़ाई लड़ रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने नायडू अस्पताल, पुणे की नर्स छाया को फोन कर उनका हालचाल लिया।

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खुद फोन कर स्वास्थ्यकर्मियों का बढ़ा रहे मनोबल

जैसे ही फोन की घंटी बजी और उधर से बोला गया, मैं पीएम नरेंद्र मोदी बोल रहा हूं। यह सुनते ही नर्स छाया उछल पड़ी। अभिवादन के बाद उसने पीएम को अस्पताल की व्यवस्था और ट्रीटमेंट के बारे में जानकारी दी। इस बातचीत के आखिर में नर्स छाया बेहद भावुक हो गईं और प्रधानमंत्री को उन्होंने देवता बता दिया। छाया ने कहा, ‘हमारे लिए तो आप भी देवता हैं। पूरे देश को आपके जैसा प्रधानमंत्री मिलना चाहिए।’

जानें, एक नर्स और पीएम की क्या हुई बात..

बातचीत की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने छाया से पूछा, ‘बताइए आपने अपने परिवार को कैसे आश्वस्त किया, क्योंकि आप तो इतने खतरनाक हालात में भी बिल्कुल जी-जान से सेवा में लगी हुई हैं। परिवार को भी चिंता होती होगी।’

इस पर छाया ने कहा कि चिंता तो होती है, लेकिन काम तो करना पड़ता है, सर। सेवा देनी होती है, हो जाता है सर। फिर प्रधानमंत्री ने पूछा, ‘मरीज आते होंगे तो बहुत डरे हुए होते होंगे?’ इस पर नर्स छाया ने बताया, ‘हां, बहुत डरे हुए रहते हैं। लेकिन हम उनसे बात करते हैं और बताते हैं कि डरने की कोई बात नहीं है।’

जब छाया ने इस फोन कॉल के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया तो मोदी ने कहा कि यह तो उनका कर्तव्य है और सबको मिलकर यह लड़ाई जीतनी है। इस पर नर्स ने कहा, ‘हां, वो तो है। हम साथ मिलकर कोरोना को धूल चटा देंगे। मैं तो अपनी ड्यूटी कर रही हूं, आप तो चौबिसों घंटे देश की सेवा कर रहे हैं।’

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